नई दिल्ली (ईएमएस)। हेल्थ विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ी हुई कमर सिर्फ लुक्स खराब नहीं करती, बल्कि डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारियों को भी न्योता देती है। भारत में डायबिटीज तेजी से बढ़ रही है, और इसका सबसे बड़ा कारण है पेट की चर्बी। हाल ही में एक अधिवेशन में विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि आपकी कमर का साइज ही बता सकता है कि आप डायबिटीज के कितने करीब हैं। इस अधिवेशन में 55 विशेषज्ञ डॉक्टर और 500 से ज्यादा हेल्थ एक्सपर्ट्स शामिल हुए, जिन्होंने डायबिटीज के कारणों, नए इलाज और बचाव के तरीकों पर विस्तृत चर्चा की। रिसर्च के अनुसार, अगर पुरुषों की कमर 90 सेमी और महिलाओं की 100 सेमी से ज्यादा हो, तो उनमें डायबिटीज होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। वजन का बढ़ना तो एक चिंता का विषय है, लेकिन पेट के आसपास जमा फैट ज्यादा खतरनाक होता है। यह शरीर के अंदरूनी अंगों पर नकारात्मक असर डालता है और इंसुलिन रेसिस्टेंस को बढ़ाकर डायबिटीज की वजह बन सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, रोजाना 30-40 मिनट की वॉक, योग, प्राणायाम और स्ट्रेचिंग से कमर की चर्बी को कम किया जा सकता है, जिससे डायबिटीज के खतरे को टाला जा सकता है। देर रात तक जागना, सुस्त दिनचर्या और शारीरिक गतिविधियों की कमी भी डायबिटीज के खतरे को बढ़ाती है। इसलिए एक एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाना और समय पर सोने-उठने की आदत डालना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, तली-भुनी चीजें, मीठे पदार्थ और जंक फूड शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं, जिससे मोटापा और डायबिटीज का खतरा और भी बढ़ जाता है। संतुलित आहार लेना बेहद जरूरी है, और मानसिक तनाव भी डायबिटीज को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। ध्यान (मेडिटेशन) और पर्याप्त नींद से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। सुदामा/ईएमएस 11 फरवरी 2025