केजरीवाल को लीगल नोटिस थमाया, नहीं हुई पूछताछ नई दिल्ली,(ईएमएस)। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने में अब कुछ ही समय बचा है, लेकिन दिल्ली में सियासी ड्रामा पूरे चरम पर पहुंच गया है। विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोपों के बीच एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) के अधिकारी आप संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल से पूछताछ के लिए उनके आवास पर पहुंची थी। लेकिन उन्हें पूछताछ के लिए अंदर नहीं जाने दिया गया।कई घंटों तक चले ड्रामे के बाद आखिरकार एसीबी की टीम को बिना पूछताछ किए ही वापस लौट गई। इसके बाद एसीबी की टीम ने केजरीवाल को लीगल नोटिस दिया है। जहां केजरीवाल सहित आप नेताओं ने हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया था। आरोप था कि विधायकों को 15 करोड़ रुपये का ऑफर हुआ और आप छोड़ने के लिए दबाव बनाया गया था। अब एलजी वीके सक्सेना ने इन आरोपों की जांच के आदेश दिए। दरअसल केजरीवाल ने 6 फरवरी को अपने पोस्ट में आप विधायकों को 15 करोड़ ऑफर देने और पार्टी छोड़ने के लिए दबाव बनाने का दावा किया था। एसीबी ने सबसे पहला सवाल यही पूछा है कि क्या वे पोस्ट केजरीवाल द्वारा किए गए थे या नहीं? दूसरे सवाल में एसीबी ने उन 16 विधायकों की जानकारी भी मांगी है, जिन्हें रिश्वत के ऑफर वाले फोन कॉल आए थे। तीसरे प्रशन में एसीबी ने केजरीवाल से उस शख्स की जानकारी भी मांगी है, जिसने कथित रूप से आप विधायकों को रिश्वत ऑफर करने के लिए फोन किए थे। चौथे सवाल में एसीबी ने केजरीवाल से सबूत भी मांगे हैं और नोटिस में कहा, आप और आपकी पार्टी के सदस्यों द्वारा विभिन्न मीडिया/सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर लगाए गए रिश्वत की पेशकश के दावे/आरोपों का समर्थन करने के लिए सबूत पेश करें। और अंतिम सवाल पर एसीबी ने केजरीवाल को दिए नोटिस में कहा, बताएं कि मीडिया/सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर ऐसी जानकारी फैलाने वाले लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए, जो दिल्ली के लोगों में दहशत और अशांति की स्थिति पैदा करने के समान है। दरअसल दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम एलजी वीके सक्सेना द्वारा जांच के आदेश के बाद केजरीवाल के घर पहुंची थी। बताया जा रहा हैं कि एसीबी की टीम केजरीवाल के घर के बाहर खड़ी रही लेकिन उन्हें घर के अंदर जाने नहीं दिया गया। केजरीवाल के घर के बाहर भारी संख्या में आप कार्यकर्ता भी मौजूद थे, जो नारेबाजी कर रहे थे। इस बीच एसीबी की टीम ने उन्हें नोटिस देकर वापस लौट गई। वहीं आम आदमी पार्टी की लीगल टीम के प्रमुख संजीव नसियार ने बताया कि एसीबी की टीम नोटिस देकर वापस लौट गई है। इसके पहले उन्होंने कहा था कि एसीबी बिना किसी पूर्व नोटिस के बयान दर्ज करने पहुंची थी। उनके पास कोई नोटिस नहीं था। उन्होंने कहा कि केजरीवाल बयान दर्ज कराने को तैयार हैं। 15 करोड़ वाले दावे पर उनके पास सबूत हैं, लेकिन एसीबी को प्रक्रिया का पालन करना चाहिए और बयान दर्ज करने से पहले नोटिस देना चाहिए। श्री नासियार ने कहा, बहुत ही हैरानी की बात है। पिछले आधे घंटे से बैठी एसीबी टीम के पास कोई कागजात या निर्देश नहीं हैं। टीम के अधिकारी लगातार किसी से फोन पर बात कर रहे हैं। उधर, एसीबी ऑफिस से बाहर निकलने के बाद आप नेता संजय सिंह ने कहा, उन्होंने एसीबी में अपनी शिकायत दर्ज करवाई है। सिंह ने एलजी पर भी गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा, आज तक कितने मर्डर, लूट से लेकर अन्य कितनी वारदातों पर इतनी तेज कारवाई हुई है? केजरीवाल ने कहा था, कुछ एजेंसी दिखा रही हैं कि गाली गलौज पार्टी की 55 से ज्यादा सीट आ रही हैं। पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फोन आए हैं कि आप छोड़कर उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना दिए जाओेगे और हर विधायक को 15-15 करोड़ मिलेगा। अगर इनकी पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रहीं हैं, तब हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है? वहीं आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री मुकेश अहलावत का दावा है कि उन्हें कल फोन आया था और कहा गया कि प्रवेश वर्मा ने फोन मिलवाया है और आपसे मिलना चाहते हैं। ऐसा ही दावा विधायक विनय मिश्रा ने भी किया है। आशीष दुबे / 07 फरवरी 2025