अंतर्राष्ट्रीय
07-Feb-2025
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इस्लामाबाद,(ईएमएस)। सऊदी अरब सरकार ने हाल ही में विदेशियों को निवेश की इजाजत दी है। सऊदी के बाजार नियामक ने कहा है मक्का और मदीना में रियल एस्टेट के मालिकाना हक वाली सूचीबद्ध कंपनियों में विदेशी नागरिक कुछ शर्तों के साथ निवेश कर सकते हैं। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (एमबीएस) की सरकार के फैसले को पाकिस्तान की लड़कियों ने एतराज जताया है। पाकिस्तानी लड़कियों का कहना है कि इससे इस्लामी दुनिया को नुकसान होगा। पाकिस्तान की यूट्यूबर निमरा अहमद ने फैसले पर कई पाकिस्तानी लड़कियों से बात की है। एक पाकिस्तानी लड़की ने कहा कि मुसलमान पहले ही दुनिया में भेदभाव का सामना कर रहे हैं। दुनियाभर में मुसलमानों से खराब बर्ताव होता है। इसतरह से कम से कम जो इस्लामी देश हैं, उन्हें खुद को उसी तरह से बरकरार रखना चाहिए। सऊदी अरब में मुस्लिमों का ही दबदबा रखना चाहिए। सलमान के मॉडर्न नीति अपनाने और अर्थव्यवस्था को खोलने को पाक लड़कियों ने ठीक माना है लेकिन निवेश पर उनका ये कदम ठीक नहीं लगता है। एक और पाकिस्तानी लड़की ने कहा कि सऊदी अरब मुस्लिम बहुल्य देश होने के साथ-साथ अलग अहमियत इस्लामी लिहाज से रखता है। सऊदी में काबा और मक्का-मदीना जैसे शहर हैं। ये मुसलमानों के लिए बहुत पाक जगह हैं। इन जगहों पर किसी भी दूसरे मजहब के लोगों को इजाजत नहीं मिलाना चाहिए। पाकिस्तानी लड़कियों का कहना है कि सऊदी के मक्का और मदीना में पैगंबर के वक्त एक लंबी लड़ाई इस्लाम को स्थापित करने के लिए लड़ी गई। पैगंबर ने बहुत मेहनत से काबा और आसपास इस्लाम को स्थापित किया। उन शहरों में दूसरे मजहब के लोगों को लाना एक तरह से पैगंबर के समय की मेहनत को खतरे में डालने जैसा होगा। मक्का और मदीना में गैर-मुस्लिम जाएंगे तो वहां उन लोगों के मजहब का दबदबा बढ़ सकता है। आशीष दुबे / 07 फरवरी 2025