अंतर्राष्ट्रीय
06-Feb-2025
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डोमिंगो(ईएमएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की सरकार के दूसरे विमान को जब्त करने की तैयारी की है। यह विमान अभी डोमिनिक गणराज्य में है। बताया जा रहा है कि इस जब्ती की घोषणा विदेश मंत्री मार्को रूबियो सैंटो डोमिंगो की यात्रा के दौरान करेंगे। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री अफ्रीका में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने नहीं जाएंगे। इससे पहले सितंबर 2024 में अमेरिकी सरकार ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरौ के निजी विमान को जब्त कर लिया था। विमान को यह निर्धारित करने के बाद जब्त कर लिया गया है कि इसकी खरीद अन्य आपराधिक मुद्दों के अलावा अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन है। अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने कहा था कि न्याय विभाग ने एक विमान जब्त किया, जिसे लेकर हमारा आरोप है कि इसे एक शेल कंपनी के जरिए अवैध रूप से 1.3 करोड़ डॉलर में खरीदा गया। निकोलस मादुरौ और उनके साथियों की ओर से इस्तेमाल के लिए इसे अमेरिका से तस्करी कर लाया गया था। वेनेजुएला के विमान डसॉल्ट फाल्कन 200 का उपयोग मादुरो और उनके सहयोगियों ने ग्रीस, तुर्किये, रूस और क्यूबा समेत कई देशों की यात्रा करने के लिए किया था। इसे ट्रंप प्रशासन अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन मानता है। इस विमान को जब्त करने के लिए विदेश मंत्री मार्को रूबियो को भंडारण और रखरखाव शुल्क के तौर पर 230,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक का भुगतान करना था। इसके लिए विदेश सहायता रोक छूट अनुरोध पर उनको हस्ताक्षर करने थे। इसके बाद इस अनुरोध पर न्याय विभाग की मंजूरी की आवश्यकता थी। पिछले सप्ताह अनुरोध को न्याय विभाग की मंजूरी मिल गई। पिछले सप्ताह वेनेजुएला ने छह अमेरिकी नागरिकों को रिहा किया था। यह मामला तब सफल हुआ जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के तहत पूर्व विशेष मिशन दूत रिचर्ड ग्रेनेल ने वेनेजुएला के नेता निकोलस मादुरो के साथ बातचीत की थी। गौरतलब है कि वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो की सरकार ने जुलाई के बाद से असंतुष्टों और विदेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। साथ ही कम से कम नौ अमेरिकियों को हिरासत में लिया था। इन बंदियों पर हिंसक कृत्यों की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था, लेकिन इस बारे में कोई ठोस प्रमाण नहीं प्रस्तुत किया गया। जोहान्सबर्ग नहीं जाएंगे रूबियो अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने ट्वीट किया कि मैं जोहान्सबर्ग में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लूंगा। दक्षिण अफ्रीका बहुत बुरे काम कर रहा है। निजी संपत्ति का अधिग्रहण कर रहा है। जी-20 का उपयोग एकजुटता, समानता और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए कर रहा है। मेरा काम अमेरिका के राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाना है, न कि करदाताओं का पैसा बर्बाद करना या अमेरिकी विरोध को बढ़ावा देना। वीरेंद्र/ईएमएस/06फरवरी2025