:: नया फ़ंड ऑफ़र (NFO) सब्सक्रिप्शन के लिए आज खुलेगा :: मुम्बई/इन्दौर (ईएमएस)। एचएसबीसी म्यूचुअल फ़ंड ने आज एचएसबीसी फ़ाइनेंशियल सर्विसेज़ फ़ंड लांच करने की घोषणा की है, जो वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में निवेश करने वाली एक ओपन-एंडेड इक्विटी योजना है। नया फ़ंड ऑफ़र (NFO) 06 फरवरी को खुलेगा और 20 फरवरी 2025 को बंद होगा। वित्तीय सेवाओं का क्षेत्र देश की आर्थिक वृद्धि और विकास में एक अहम भूमिका निभाता है। बढ़ती वित्तीय समावेशन, डिजिटलीकरण, और सहायक विनियामक नीतियों के साथ-साथ भारतीय परिवारों द्वारा अपनी बचत को वित्तीय परिसंपत्तियों में लगाने की प्रवृत्ति का मतलब है कि यह क्षेत्र विकास की राह पर है। एचएसबीसी फ़ाइनेंशियल सर्विसेज़ फ़ंड का लक्ष्य वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र के विकास के अवसरों और संभावनाओं का लाभ उठाना है। इस फ़ंड का प्रबंधन गौतम भूपल, एसवीपी फ़ंड मैनेजमेंट इक्विटीज़, एचएसबीसी म्यूचुअल फ़ंड, साथ ही एक टीम सदस्य द्वारा किया जाएगा, जिसे वित्तीय सेवा क्षेत्र में मिलने वाले अवसरों की गहराई का फ़ायदा उठाने में विशेषज्ञता है, जिससे निवेशकों को भारत की लंबी अवधि की विकास कहानी से फ़ायदा उठाने का अवसर मिलेगा। यह प्रोडक्ट उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है, जो लंबी अवधि में अपनी संपत्ति में वृद्धि करना चाहते हैं। :: निवेश दृष्टिकोण :: इस योजना का उद्देश्य वित्तीय सेवाओं के व्यवसायों में लगी कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से संबंधित सिक्योरिटीज़ में मुख्य रूप से निवेश किए जाने वाले पोर्टफ़ोलियो से लंबी अवधि के लिए पूंजी लाभ प्राप्त करना है। इस मिक्स में पारंपरिक लेंडिंग सेगमेंट और नॉन-लेंडिंग सेगमेंट शामिल होंगे। वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र की कंपनियों में शामिल हैं :- • बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान • स्टॉक ब्रोकिंग और संबद्ध संस्थाएं, एसेट मैनेजमेंट कंपनियां, डिपॉज़िटरी, क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां, क्लियरिंग हाउस और अन्य मध्यवर्ती संस्थाएं • वित्तीय प्रौद्योगिकी (फ़िनटेक), एक्सचेंज और डेटा प्लेटफ़ॉर्म्स • निवेश बैंकिंग कंपनियां • संपत्ति प्रबंधन संस्थाएं • वित्तीय उत्पादों के वितरक • बीमा कंपनियां – सामान्य, जीवन • माइक्रोफ़ाइनेंस, हाउसिंग फ़ाइनेंस और भुगतान कंपनियां • एएमएफआई/सेबी द्वारा प्रदान की गई क्षेत्र सूची से वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में लगी कंपनियां या फ़ंड प्रबंधक द्वारा पहचानी गई अन्य वित्तीय सेवाएं आदि। ऊपर दी गई सूची केवल निर्देशात्मक है और यह योजना वित्तीय सेवाओं के नए और उभरते क्षेत्रों में निवेश करने की संभावना का पता लगाएगी। यह योजना एएमएफआई/सेबी/एनएसई/बीएसई द्वारा समय-समय पर दी गई वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र की सूची से वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में लगी कंपनियों में निवेश करेगी। यह योजना बीएसई वित्तीय सेवाओं इंडेक्स टीआरआई को ट्रैक करेगी। एचएसबीसी म्यूचुअल फ़ंड के सीईओ कैलाश कुलकर्णीने कहा कि 2047 तक भारत की जीडीपी के मौजूदा $3.4 ट्रिलियन से 8.8 गुना बढ़कर $30 ट्रिलियन होने का अनुमान है, और साथ ही वित्तीय क्षेत्र के इस जीडीपी के दो गुना बढ़ने की उम्मीद है ताकि विकसित भारत 2047 के विज़न को हासिल किया जा सके। इस तेज़ी से बढ़ते वित्तीय परिदृश्य में, हम नॉन-लेंडिंग क्षेत्र में काफी गहराई देख रहे हैं, जिसमें पूंजी बाजार, बीमा, डिपॉज़िट्स और मुद्रा प्रबंधन जैसे क्षेत्र शामिल हैं। टेक्नोलॉजी और निवेशकों की बदलती मानसिकता के कारण, वित्तीय इकोसिस्टम में बदलाव आया है। हमारे फ़ंड का लक्ष्य इन उभरती हुई विकास संभावनाओं का लाभ उठाना है। एचएसबीसी म्यूचुअल फ़ंड के सीआईओ-इक्विटी, वेणुगोपाल मांघाटने कहा कि हमारे निवेश दृष्टिकोण का लक्ष्य एक इक्विटी निवेश प्रक्रिया के माध्यम से लॉन्ग टर्म अल्फ़ा (यानी किसी निवेश का प्रदर्शन किसी निश्चित समयावधि में बाज़ार बेंचमार्क की तुलना में कैसा है) डिलीवर करना है, जिसमें उपयुक्त स्टॉक चयन, कंपनियों का गहन विश्लेषण और पोर्टफ़ोलियो निर्माण और निगरानी शामिल है। स्टॉक्स का चयन कई मानदंडों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा, जिसमें व्यवसाय की बुनियादी बातें, उद्योग की संरचना, साथियों के बीच आपसी व्यावसायिक ताकत, प्रबंधन की गुणवत्ता, आर्थिक कारकों के प्रति संवेदनशीलता, कंपनी की वित्तीय ताकत, प्रमुख कमाई के मुख्य ड्राइवर और मूल्यांकन शामिल हैं। एचएसबीसी म्यूचुअल फ़ंड के पास 31 दिसंबर 2024 तक 1.25 लाख करोड़ रु. की एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) है। शहरों में 64 स्थानों पर फुटप्रिंट के साथ, कंपनी 31 दिसंबर, 2024 को इक्विटी फ़ंड, डेब्ट फ़ंड, हाइब्रिड फ़ंड, इंडेक्स फ़ंड और फ़ंड ऑफ़ फ़ंड सहित लगभग 44 ओपन एंडेड फ़ंड के साथ व्यापक और अनुकूलित समाधान पेश करती है। उमेश/पीएम/5 फरवरी 2025