व्यापार
05-Feb-2025
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मुंबई (ईएमएस)। भारत में म्युचुअल फंड का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 10 वर्षों में ही म्युचुअल फंड कारोबार 6 गुना से ज्यादा बढ़ी है। इसका एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) दिसंबर 2024 में 67 लाख करोड़ तक पहुंच गया। रिपोर्ट के अनुसार, इस ग्रोथ में इक्विटी फंड्स का दबदबा कायम रहा, जो कुल एयूएम का 60.19 प्रतिशत है। दिसंबर तिमाही में म्युचुअल फंड्स में 198 हजार करोड़ का नेट इनफ्लो आया, जिसमें सक्रिय इक्विटी और फ्लेक्सी कैप फंड्स प्रमुख रहे। रिपोर्ट के अनुसार, भारत की एसेट मैनेजमेंट इंडस्ट्री ने पिछले 10 वर्षों में 6 गुना से अधिक की शानदार वृद्धि दर्ज की है। दिसंबर 2014 में जहां इसका एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एूयएम) 10.51 लाख करोड़ था, वह दिसंबर 2024 तक बढ़कर 66.93 लाख करोड़ पर पहुंच गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एएमयू) में सबसे बड़ा हिस्सा 60.19 प्रतिशत के साथ इक्विटी फंड्स का है। इसके बाद 26.77 प्रतिशत डेट फंड्स में, 8.58 प्रतिशत हाइब्रिड फंड्स में और 4.45 प्रतिशत अन्य निवेश विकल्पों में है। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि निवेशकों की पहली पसंद अभी भी इक्विटी फंड्स बने हुए हैं। दिसंबर तिमाही में म्युचुअल फंड इंडस्ट्री ने 198 हजार करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया, जिसमें सबसे अधिक योगदान इक्विटी फंड्स का रहा, खासतौर पर एक्टिव सेगमेंट में। इस तिमाही में 84 नई स्कीमें लांच की गईं, जिससे करीब 24.8 हजार करोड़ रुपये जुटाए गए। आशीष/ईएमएस 05 फरवरी 2025