ज़रा हटके
05-Feb-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। आयुर्वेद में कई ऐसे प्राकृतिक उपाय मौजूद हैं, जिनका सेवन करने से मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है। एक ऐसा प्रभावी उपाय नीम है, जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। नीम में प्राकृतिक एंटी-डायबिटिक, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने और ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करने में सहायक होते हैं। आयुष चिकित्सकों का कहना है कि नीम के पत्तों, छाल और रस का सेवन डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। शोधों से यह साबित हो चुका है कि नीम के पत्ते और छाल ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में असरदार हैं। अगर आप ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना चाहते हैं, तो सुबह खाली पेट नीम के ताजे पत्तों का रस 5 से 10 मिलीलीटर पीने से काफी फायदा हो सकता है। इसके अलावा, नीम की सूखी पत्तियों को पीसकर उसका पाउडर बनाकर गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है, जो शरीर में शुगर लेवल को संतुलित करता है। नीम के काढ़े का सेवन भी शरीर में ग्लूकोज मेटाबोलिज्म को सुधारता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करता है। नीम का तेल भी ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। नीम तेल की कुछ बूंदें पानी में मिलाकर पीने से शरीर में शुगर के स्तर में सुधार हो सकता है। हालांकि, नीम का सेवन करते वक्त कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए। अगर आप पहले से मधुमेह की दवाइयाँ ले रहे हैं, तो नीम का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है, क्योंकि यह शुगर लेवल को बहुत जल्दी कम कर सकता है और दवाओं का प्रभाव बढ़ा सकता है। गर्भवती महिलाओं और लो ब्लड प्रेशर वाले व्यक्तियों को नीम का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। इस प्रकार, नीम का उपयोग मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए एक प्रभावी और प्राकृतिक उपाय साबित हो सकता है, लेकिन इसके सेवन से पहले उचित मार्गदर्शन प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। बता दें कि काम के दबाव और जीवन की भाग-दौड़ के कारण आजकल की जीवनशैली में कई लोग मधुमेह (डायबिटीज) जैसी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। यह बीमारी शरीर के शुगर लेवल को बढ़ा देती है, जिससे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं। ऐसे में लोगों को अपनी पसंदीदा चीजें खाने-पीने में भी कड़ी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ता है। सुदामा/ईएमएस 05 फरवरी 2025