अंतर्राष्ट्रीय
05-Feb-2025
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स्टॉकहोम(ईएमएस)। स्वीडन खुद बेहद खूबसूरत है। दुनियाभर से लोग वहां छुट्टियां मनाने के लिए जाते हैं। हनीमून पैकेज बुक कराते हैं। लेकिन एक सर्वे आया है, जो बताता है कि स्वीडन में रहने वाले लगभग 80 प्रतिशत लोग उन देशों में छुट्टियां मनाने गए हैं, जहां से वे भागकर आए हैं। इनमें से तमाम गरीब मुल्क हैं, जहां लोग रहना नहीं चाहते फिर भी जब उन्हें छुट्टी मनाने का मौका मिलता है तो उन्हें अपना देश काफी पसंद है। टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने इसके बारे में जानकारी दी तो कौतुहल मच गया। सर्वे के मुताबिक, स्वीडन में रहने वाले लगभग 85 प्रतिशत विदेशी मूल के लोग अपने देश में छुट्टियां मनाने गए हैं। और जो लोग शरणार्थी माने जाते हैं, उनमें यह संख्या लगभग 80 प्रतिशत है। जबकि वे स्वीडन में इसलिए हैं क्योंकि उन्हें अपने देश से भागने के लिए मजबूर किया गया था। इसके बावजूद उन्हें अपना देश प्यारा लगता है। इनमें बहुत सारे लोग अफ्रीका, मिडिल ईस्ट और एशिया के देशों से भागकर वहां पहुंचे हैं। सिर्फ स्वीडन ही नहीं कई देश और भी हैं, जहां रहने वाले अपने वतन बार-बार जाते हैं। 2019 में जर्मनी के पूर्व गृहमंत्री होर्स्ट सीहोफर ने सीरिया के उन लोगों को शरण देने से इनकार करने की धमकी दी थी, जो छुट्टियां मनाने बार-बार अपने देश चले जाते हैं। वीरेंद्र/ईएमएस 05 फरवरी 2025