व्यापार
03-Feb-2025
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निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय शेयर बाजार सोमवार को गिरावट पर बंद हुआ। सप्ताह के पहले ही कारोबारी दिन बाजार में ये गिरावट दुनिया भर से मिले कमजोर संकेतों के साथ ही बिकवाली हावी रहने से आई है। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के कनाडा, मेक्सिको और चीन से आयात पर टैरिफ शुल्क बढ़ाने के फैसले से भी दुनिया भर के बाजारों पर विपरीत प्रभाव पड़ा जिससे भारतीय बाजार भी नीचे आया। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। आज सुबह 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 500 अंक की गिरावट के साथ ही 77,063 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 900 से ज्यादा अंक की गिरावट लेकर 76,756 तक गिरा और अंत में 319.22 अंक तकरीबन 0.41 फीसदी की गिरावट पर बंद हुआ। इसी प्राकर 50 शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कार निफ्टी भी आज सुबह गिरावट पर खुला पर अंत में कुछ हद तक उबरते हुए निफ्टी 121 अंक तकरीबन 0.52 फीसदी नीचे आकर 23,361 पर बंद हुआ। बाजार जानकारों के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी, एचडीएफ़सी बैंक,एलएंडटी, और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसे हैवीवेट शेयरों में बिकवाली से भी बाजार गिरा। अभी भारतीय बाजार पर टैरिफ शुल्क से अधिक प्रभाव नहीं पड़ा है पर डॉलर इंडेक्स के 109.6 से ऊपर पहुंचने से एफआईआई की अधिक बिकवाली शुरू हो जाएगी। इससे बाजार दबाव में आ जाएगा।” अमेरिका के कनाडा, मेक्सिको और चीन पर शुल्क लगाने संबंधी आदेश के बाद ही बाद ही रुपये में भारी गिरावट आई है। भारतीय रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में 67 पैसे की गिरावट के साथ 87.29 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया। बाजार में आई बड़ी गिरावट से निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण कम होकर 419,83,537 करोड़ रुपये रह गया है जबकि इससे पहले ये 424,80,380 करोड़ रुपये था।वहीं शनिवार को बजट के बाद बाजार सपाट बंद हुआ था। गिरजा/ईएमएस 03फरवरी 2025