03-Feb-2025
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नई दिल्ली,(ईएमएस)। विश्व के कई देशों में सरकार की आय का प्रमुख स्रोत इनकम टैक्स ही है। वहीं कई ऐसे भी देश हैं जो कि इनडायरेक्ट टैक्स पर भरोसा करते हैं और किसी की आमदनी पर एक रुपया भी टैक्स नहीं लेते हैं। इनमें कई मुस्लिम देश शामिल हैं। सऊदी अरब में जनता पर आयकर का बोझ नहीं डाला जाता है। हालांकि यह यहां इनडायरेक्ट टैक्स वसूल किया जाता है। इनडायरेक्ट टैक्स से ही अर्थव्यवस्था मजबूत होती है। सऊदी अरब की गिनती भी समृद्ध अर्थव्यवस्थाओं में होती है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में लोगों से टैक्स नहीं लिया जाता है। यहां की अर्थव्यवस्था इनडायरेक्ट टैक्स जैसे की वैल्यू एडेड टैक्स या फिर वस्तु कर पर निर्भर करती है। यूएई की अर्थव्यवस्था बहुत मजबूत है। यूएई की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का भी बड़ा योगदान है। इसीलिए लोगों पर टैक्स का बोझ नहीं डाला गया है। कुवैत में भी किसी को टैक्स का भुगतान नहीं करना पड़ता है। कुवैत की अर्थव्यवस्था तेल पर आधारित है। तेल निर्यात के जरिए सरकार के पास बड़ा धन आता है। इसलिए इस देश में लोगों से टैक्स वसूलने की जरूरत ही नहीं पड़ती। बहरीन में भी इनकम टैक्स फ्री है। यहां की सरकार भी इनडायरेक्ट टैक्स पर ही भरोसा करती है। ऐसे में इसदेश में छोटे व्यवसाइयों और स्टार्टअपस करने वालों को मदद मिलती है। वहीं जब लोगों कि क्रय शक्ति बढ़ती है तो इनडायरेक्ट टैक्स की भी वसूली की जाती है। वहीं वेस्टर्न हेमिस्फीयर का देश बहमास भी लोगों से इनकम टैक्स नहीं वसूलता है। ओमान की अर्थव्यवस्था भी तेल और गैस की वजह से मजबूत है और यह अपने नागरिकों से इनकम टैक्स नहीं वसूलता है। कतर में लोगों को भी टैक्स नहीं देना पड़ता है। कतर में भी रहने वाले लोग काफी अमीर हैं। उनसे इनकम टैक्स नहीं वसूला जाता है। दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां 60 फीसदी के करीब इनकम टैक्स वसूला जाता है। इनमें फिनलैंड भी शामिल है। हालांकि यहां नागरिकों को शिक्षा, स्वास्थ्य से संबंधित उत्तम सुविधाएं दी जाती हैं। जापान में करीब 55 फीसदी, डेनमार्क, ऑस्ट्रिया में भी 55 फीसदी के करीब इनकम टैक्स लिया जाता है। सिराज/ईएमएस 03 फरवरी 2025