नई दिल्ली (ईएमएस)। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने शनिवार को विपक्ष से एक साथ चुनाव कराने के प्रस्ताव संबंधी विधेयकों का समर्थन करने को कहा ताकि केंद्रीय बजट को लेकर होने वाली इस बहस को समाप्त किया जा सके कि इसमें भविष्य में चुनाव वाले राज्यों को फायदा पहुंचाया गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से शनिवार को पेश किए गए आम बजट में मखाना बोर्ड की स्थापना, पश्चिमी कोसी नहर के लिए वित्तीय सहायता और आईआईटी पटना की क्षमता में विस्तार समेत कई अन्य घोषणाएं कर बिहार को खासा तवज्जो दी गयी है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता ने विपक्ष पर यह कटाक्ष उस समय किया जब उसके कुछ सांसदों ने केंद्रीय बजट में बिहार केंद्रित घोषणाओं को इस साल के अंत में बिहार में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव से जोड़ा। जनता दल (यूनाइटेड) के नेता एवं केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने इस बात को लेकर हैरानी जताई कि विपक्षी दल बिहार के लिए विकास योजनाओं पर आपत्ति क्यों कर रहे हैं। सिंह ने पूछा, ‘‘ऐसे में उन्हें (विपक्षी दलों को) बिहार में चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। बिहार भी इसी देश का हिस्सा है और यदि उसे कुछ मिला है तो इसमें गलत क्या है? आईआईटी, ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के निर्माण, खाद्य प्रसंस्करण श्रृंखलाएं बनाने की घोषणाएं की गई हैं... ये सब बिहार के युवाओं के लिए बहुत लाभकारी होगा। इसमें परेशानी क्या है?’’ पासवान ने कहा कि बजट के समय देश के किसी न किसी हिस्से में हमेशा चुनाव हो रहे होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन ने ‘‘एक देश, एक चुनाव’’ के लिए कानून प्रस्तावित किया है और विपक्ष को भी उनका समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘यदि विपक्ष को इतनी आपत्ति है, तो उसे एक साथ चुनाव कराने की अवधारणा का समर्थन करना चाहिए और इस बहस को हमेशा के लिए समाप्त कर देना चाहिए। अगली बार जब बजट पेश किया जायेगा तो कोई न कोई चुनाव अवश्य हो रहा होगा।’’ पासवान ने इसे संपूर्ण बजट बताते हुए इसकी सराहना की और कहा कि इसमें हर क्षेत्र का ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘एक बिहारी के तौर पर मैं इस बात से खुश हूं कि इस बजट में हवाई अड्डे के विस्तार, आईआईटी विस्तार और कोसी नदी के लिए प्रावधान किए गए हैं।’’ सुबोध/०१-०२-२०२५