राष्ट्रीय
30-Jan-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। बजट सत्र से पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने महाकुंभ में भगदड़ तथा इस आयोजन में अतिविशिष्ट लोगों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कथित तौर पर अधिक तवज्जो दिए जाने के विषय पर संसद में चर्चा तथा शोक प्रस्ताव लाने की मांग की । संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि बजट सत्र के एजेंडे के बारे में फैसला कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) निर्णय करेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में रीजीजू ने कहा, ‘‘पार्टी नेताओं ने कुछ मुद्दे उठाए और उन मुद्दों पर चर्चा की मांग की। कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) तय करेगी कि किन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।’’ सत्र की शुरुआत शुक्रवार को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण से होगी और बजट एक फरवरी को पेश किया जाएगा। सत्र का पहला चरण 13 फरवरी को समाप्त होगा और दूसरा चरण 10 मार्च से शुरू होकर चार अप्रैल तक चलेगा। इस सत्र के विधायी एजेंडे में वक्फ (संशोधन) विधेयक समेत कुल 16 विधेयक शामिल हैं। सूत्रों ने कहा कि जब कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसे विपक्षी दलों ने भगदड़ का मुद्दा उठाया तो राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ त्रासदी की जांच कर रही है। यह पारंपरिक बैठक राजनीतिक दलों को सरकार के विधायी एजेंडे के बारे में सूचित करने और सत्र के दौरान उनके द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों पर जानकारी प्राप्त करने के लिए बुलाई जाती है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज सुबह संसद सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार से महाकुंभ में मची भगदड़ के कारण हुई दुर्भाग्यपूर्ण मौतों पर सामूहिक शोक व्यक्त करने के लिए एक प्रस्ताव लाने का आग्रह किया।’’ सुबोध/३० -०१-२०२५