30-Jan-2025
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सौरभ की डायरी में 20 हजार करोड़ का हिसाब - मप्र में 5वीं मंजिल से लेकर तहसील तक है भ्रष्टाचार भोपाल (ईएमएस)। कार, कैश और गोल्ड कांड को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सर्च करें तो सबसे भ्रष्ट राज्य में मप्र का नाम आता है। एमपी के 10 विभागों की जांच हो जाए तो 2 लाख करोड़ का गबन सामने आ जाएगा। सौरभ शर्मा खुद सामने आया, एजेंसी उन्हें नहीं पकड़ पाई। हमने कहा था, सौरभ शर्मा की जान को खतरा है। यही बात उसने भी कही। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बापू की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के बाद मीडिया से चर्चा में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि भ्रष्टाचार का दीमक मप्र को लग चुका है। मप्र पर कर्ज बढ़ता जा रहा है। मंहगाई बढ़ रही है। सरकार कर्ज लेती जा रही है और सारी योजनाएं सरकार बंद करती जा रही है। मोहन यादव का पूरा मंत्रिमंडल करप्शन की भेंट चढ़ गया। सारे लोग लूटने में लगे हैं। अगर सही तरीके से जांच हो तो एक भी मंत्री मंत्रालय में नहीं रहेगा। सारे जेल की सलाखों के पीछे होंगे। ये करप्शन पांचवीं मंजिल से ही चालू होता है और नीचे तहसील आफिस और पटवारी तक जाता है। पटवारी ने कहा कि हमने महू में बाबा साहब की जन्मस्थली पर जय भीम, जय बापू जय संविधान रैली में संकल्प लिया है। लाखों मप्र वासियों के साथ कांग्रेस का कार्यकर्ता वहां पहुंचे। अब हम संगठन संघर्ष पर्व के रूप में जय भीम, जय बापू जय संविधान की यात्राएं करेंगे। गांवों, मुहल्ले में जाएंगे। पूरे साल भर का कार्यक्रम जारी करेंगे। पटवारी ने कहा कि मप्र और लूट एक दूसरे के पर्याय बन गए हैं। मप्र में भाजपा की सरकार इतनी लूट करती है। अगर गूगल पर सर्च करोगे कि सबसे भ्रष्ट राज्य कौन सा है, तो उसमें सबसे ऊपर मप्र का नाम आएगा।बहुत दुख होता है कि जब करप्शन के इंडेक्स की बात आती है, तो उसमें मध्य प्रदेश का नाम आता है, ये शर्म की बात है। अगर मप्र के केवल दस विभागों की जांच हो जाए तो पिछले पांच साल का दो सरकारों का दो लाख करोड़ का गबन सामने आएगा। डायरी में 20 हजार करोड़ का हिसाब पटवारी ने कहा कि सौरभ शर्मा वाले केस में जो जखीरा मिला है वो करीब 20 हजार करोड़ के हिसाब का जखीरा है। पिछले 40 दिन सौरभ शर्मा कहां थे उसे एक भी जांच एजेंसी हाथ नहीं डाल पाई। वो खुद सामने आए और सरेंडर किया लेकिन कोर्ट ने कहा कल आना। ये बताता है कि करप्शन के खिलाफ व्यवस्था कितनी गंभीर है। पीसीसी चीफ ने कहा कि जांच एजेंसी बेहतर तरीके से केस को हैंडल करे। अब सौरभ शर्मा आ गए तो डायरी कहां है? डायरी का अस्तित्व खतरे में है। इस मामले में हम कोर्ट जाएंगे, इस केस पर हमारी नजर है। सोना और नगदी से तीनों आरोपियों ने मना कर दिया तो यह किसका है? यह पूरा घपला 20 हजार करोड़ का है। 2 हजार करोड़ का हिसाब डायरी में है। जीतू पटवारी ने कहा कि सौरभ शर्मा को बस 3 सिपाही इधर से उधर घुमा रहे हैं। सही तरीके से जांच हो तो एक भी मंत्री मंत्रालय नहीं जा पाएगा। उन्होंने चैलेंज करते हुए कहा कि कोई भी मध्य प्रदेश में बिना भ्रष्टचार के किसी भी विभाग से काम कराकर ला दे मैं उनका अभिनंदन करूंगा। मप्र में भ्रष्टाचार 5वीं मंजिल पर है। सीएम ऑफिस से लेकर तहसील तक भ्रष्टाचार है। सौरभ की जान को खतरा पटवारी ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि सौरभ शर्मा की जान को खतरा है। वही बात उसने भी कही उसने सरेंडर कोर्ट में किया, एंजेसियों को नहीं किया। उसे कोर्ट ले जाया तो अकेले दो सिपाही ले जा रहे थे। सौरभ शर्मा की जान को खतरा है। पटवारी ने कहा कि सौरभ शर्मा आ गए लोकायुक्त ने उनको कस्टडी में लिया। लेकिन वो डायरी कहां हैं? किसको छिपाने के लिए ये पूरा षडयंत्र किया जा रहा है?लोकायुक्त से आग्रह है अगर एक भी गैप रहा तो हम कोर्ट जाएंगे। हमारी इस व्यवस्था पर पूरी निगाह है। हम न्याय चाहते हैं। जनता को पता चलना चाहिए कि हम जिन्हें वोट देते हैं। वो क्या कर रहे हैं। लोकायुक्त पर सवाल पटवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोकायुक्त से मांग करती है कि डायरी का अस्तित्व खतरे में हैं। आपने 7 करोड़ रुपए निकाले, आपके बाद दो एजेंसियां गई उन्होंने 200 करोड़ रुपए निकाले। यानि आपका काम ठीक नहीं हैं। लोकायुक्त के पास ही तीनों अभियुक्त हैं तीनों ने कहा सोना हमारा नहीं हैं। हमारी नगदी नहीं हैं इसका मतलब ये सब किसका है। ये अकेले हमने नहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि मगरमच्छ दूसरे हैं। जब उन्होंने ये बयान दिया कि मगरमच्छ दूसरे हैं यानि हम जो कहते हैं कि 20 हजार करोड़ का घपला है। दो हजार करोड से ज्यादा का डायरी में हिसाब है उस डायरी में जिनके नाम हैं वो सार्वजनिक होने चाहिए। सौरभ के मामले को लेकर कोर्ट जाएंगे पटवारी ने कहा कि सौरभ शर्मा को तीन सिपाही सडक़-सडक़ घुमा रहे हैं। उसकी जान को खतरा है। ऐसी लापरवाही रही तो पीछे से कोई षडय़ंत्र तो नहीं हो रहा? हम पूरे मसले पर ध्यान दिए हुए हैं और अब इस मामले को लेकर कोर्ट भी जाएंगे। क्योंकि ये भ्रष्टाचार का दीमक मप्र को लग चुका है। पूरा मंत्रिमंडल करप्शन की भेंट चढ़ गया पटवारी ने कहा कि मप्र पर कर्ज बढ़ता जा रहा है मंहगाई बढ़ रही है सरकार कर्ज लेती जा रही है और सारी योजनाएं सरकार बंद करती जा रही है। मोहन यादव का पूरा मंत्रिमंडल करप्शन की भेंट चढ़ गया। सारे लोग लूटने में लगे हैं। अगर सही तरीके से जांच हो तो एक भी मंत्री मंत्रालय में नहीं रहेगा। सारे जेल की सलाखों के पीछे होंगे। ये करप्शन पांचवीं मंजिल से ही चालू होता है। और नीचे तहसील आफिस और पटवारी तक जाता है। मप्र के एक भी विभाग में बिना पैसों के काम नहीं होता। कोई बिना पैसे के काम कराकर ला दे तो मैं उसका नागरिक अभिनंदन करूंगा। अफसरों के तबादलों में शिवराज का रिकॉर्ड तोड़ा पटवारी ने कहा कि करप्शन पांचवीं मंजिल से आता है। मोहन जी ने शिवराज जी का रिकॉर्ड तोड़ा। तबादलों में शिवराज जी के पांच कार्यकाल का रिकॉर्ड तोड़ा। बार बार तबादले क्यों किए जाते हैं। या तो ऑफिस बेचे जाते हैं। या फिर अपरिपक्व लोगों को अपॉइन्ट किया जाता है। दोनों बातें हुई। एक ही अधिकारी के दस बार ट्रांसफर हो जाते हैं। यानि जो व्यक्ति बैठा है वो तरीके से डील नहीं कर रहा।