30-Jan-2025
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- भोपाल, झांसी, यूपी, छिंडवाड़ा, छतरपुर, पंजाब के आदतन बदमाशो ने बनाया था गिरोह -पॉच ठगो का गिरोह गिरफ्तार, ढाई करोड़ का माल बरामद -अपने मंहगे और नशे का शौक पूरा करने के लिये करते थे ठगी भोपाल(ईएमएस)। सायबर ठगो द्वारा लगातार मचाई जा रही धमाचौकड़ी के बीच राजधानी की अयोध्या नगर पुलिस ने बड़ी सफलता पाते हुए साइबर ठग गिरोह को दबोचा है। शातिर गिरोह भोपाल में किराये के फ्लैट में रहकर जूम ऐप के जरिये से दिल्ली , मुम्बई, तथा अन्य शहरो के लोगो से फ्राड करते थे। इलाके के रीगल टाउन अवधपुरी से पकड़े गये गिरोह के 5 जालसाजो के पास से 2 करोड़ 50 लाख कीमत का माल बरामद हुआ है। पकड़े गए जालसाज अलग-अलग शहरो के रहने वाले आदतन बदमाश है। उनके खिलाफ पहले से धोखाधड़ी, चोरी, मारपीट सहित अन्य कई अपराध दर्ज हैं। गैंग के पास से टीम ने बीएमडब्ल्यू, एक्सयूवी, नोट गिनने की मशीन सहित अन्य सामान जप्त किया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह अपने मंहगे शौक के साथ ही घूमने-फिरने और नशे का शौक पूरा करने के लिए वारदात करते थे। मिली जानकारी के अनुसार थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि रीगल टाउन, ब्लॉक नंबर 1 ए, फ्लैट नंबर 301 में कुछ संदिग्ध युवक रह रहे हैं, जो महंगी गाड़ियों में घूमते हैं। सूचना मिलने पर टीम ने घेराबंदी करते हुए फ्लैट पर दबिश देते हुए वहॉ मौजूद 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके काम के बारे में पूछताछ करने पर पहले तो आरोपियो ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। लेकिन पुलिसिया अंदाज में हुई पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे जुलाई 2024 से यहॉ किराये से रहते हुए जूम कार कंपनी की ऑनलाइन कार किराये पर देने की एप्लिकेशन का इस्तेमाल करते हुए किराये पर देने के लिये फर्जी कार बुकिंग कर ठगी की वारदातो को अंजाम देते थे। इस कार कंपनी का हेड ऑफिस बैंगलोर में है। आरोपियो की पहचान यश सलूजा (27 वर्ष) निवासी, कटारा हिल्स, भोपाल, अंशुल प्रियांश सिंह (2) निवासी, झांसी, यूपी, मयंक ठाकुर (2) निवासी, छिंदवाड़ा, अविनाश पांडे (2) निवासी, छतरपुर और सहजप्रीत सिंह (2) निवासी, पंजाब के रुप में हुई। गिरोह ने आगे खुलासा किया की वह पहले तो इंटरनेट से कारों की तस्वीरें डाउनलोड कर उन्हें जूम कार प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर देते थे। एप्लीकेशन अपलोड होते ही 3 दिन बाद उस कार की बुकिंग शुरु हो जाती थी। इसमें कार नान कामर्शियल वाहन लगती है, यह कार बिना ड्रायवर के ग्राहक को देनी होती है। शातिर आरोपी कार की बुकिंग का स्थान मुंबई, दिल्ली जैसै शहर बताते जहां से बुकिंग के बाद ग्राहक को कार लेना होती थी। कार बुक करने पर ग्राहक एडवांस पेमेंट कर देता था। जूम कार कंपनी पूरी पैमेंट में से 40 प्रतिशत अपने पास रखकर बाकी का 60 प्रतिशत पैसा आरोपियों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर देती। शातिर आरोपी एकांउट मे आये बुकिंग के पैसे को तुरंत निकाल लेते थे। जब बुकिंग करने वाला ग्राहक मुम्बई या दिल्ली में बताये गये स्थान पर कार लेने पहुंचता, और कार न मिलने पर आरोपियों को मोबाइल फोन करता लेकिन शातिर अपना फोन बंद कर लेते थे। ग्राहक से शिकायत मिलने पर जूम कंपनी आरोपियों से संपर्क करने का प्रयास करती और संपर्क न होने पर उनके बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर ब्लॉक कर देती थी। लेकिन आरोपी नए सिम, बैंक अकाउंट और फर्जी पहचान के जरिए फिर से नई बुकिंग कर ठगी को अंजाम देना शुरु कर देते थे। पुलिस ने गिरोह के पास से 2 बीएमडब्ल्यू, 1 एक्सयूवी, 48 मोबाइल व टैबलेट, 92 सिम कार्ड, 37 एटीएम कार्ड, 8 पासबुक, 13 चेकबुक, नोट गिनने की मशीन और बार कोड जप्त किया है। पुलिस ने बताया की दबोचे गये आरोपियो में शामिल यश सलूजा, अंशुल प्रियांश सिहं और मयंक ठाकुर के खिलाफ धोखाधड़ी, चोरी, मारपीट सहित अन्य कई अपराध दर्ज है, और अपने घुमने फिरने औऱ नशे के शौक को पुरा करने के लिये ठगी की वारदातो को अंजाम देते थे। जुनेद / 30 जनवरी