क्षेत्रीय
30-Jan-2025
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रायपुर(ईएमएस)। राजधानी में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करीब एक करोड़ रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में राजेंद्र नगर निवासी आरोपी दंपति देवेन्द्र जोशी और झगीता जोशी को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि दोनों बड़े अधिकारियों से जान-पहचान का झांसा देकर बेरोजगारों को फंसाते थे और फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र देकर मोटी रकम वसूलते थे। 29 जनवरी को प्रार्थिया अंजना गहिरवार ने सिविल लाइन थाना में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 2021 में अपने मौसा-मौसी देवेन्द्र जोशी और झगीता जोशी के घर जाने पर नौकरी की इच्छा जाहिर की थी। इस पर देवेन्द्र जोशी ने बड़े अधिकारियों से सेटिंग के जरिए सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया। बाद में फूड इंस्पेक्टर पद के लिए 25 लाख रुपये की मांग की गई। अंजना ने वर्ष 2022 में ऑनलाइन फॉर्म भरा और परीक्षा दी। जब रिजल्ट आया, तो नंबर कम होने पर देवेन्द्र जोशी ने विशेष अनुशंसा से चयन कराने का आश्वासन दिया। कुछ दिनों बाद उसे एक फर्जी रिजल्ट दिया गया, जिसमें उसका नाम था। इसके बाद पूरी रकम देने के बाद भी नियुक्ति नहीं हुई। प्रार्थिया को बाद में पता चला कि गजेन्द्र लहरे, कुणाल देव और भुनेश्वर सोनवानी से भी इसी तरह 25-25 लाख रुपये ठग लिए गए हैं। इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए। सिविल लाइन थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपियों की तलाश शुरू की और मुखबिर की सूचना पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दंपति ने करोड़ों रुपये की ठगी करने की बात कबूल की। वर्तमान में पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)30 जनवरी 2025