व्यापार
29-Jan-2025
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आरबीआई ने कहा- यूपीआई डिजिटल पेमेंट को आगे बढ़ाने में निभा रहा अहम भूमिका नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारत के डिजिटल पेमेंट्स सिस्टम में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) की हिस्सेदारी 2024 में बढ़कर 83 फीसदी हो गई है, जो कि 2019 में 34 फीसदी थी। यूपीआई 74 फीसदी के चक्रवृद्धि औसत वृद्धि दर से बढ़ा है। यह जानकारी आरबीआई द्वारा एक रिपोर्ट में दी गई। आरबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि समीक्षा अवधि में अन्य पेमेंट सिस्टम्स जैसे आरटीजीएस, एनईएफटी, आईएमपीएस, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की हिस्सेदारी 66 फीसदी से गिरकर 17 फीसदी रह गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि यूपीआई देश के डिजिटल पेमेंट सिस्टम को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है। इसकी वजह यूपीआई का इस्तेमाल में आसान है। व्यापक स्तर पर यूपीआई लेनदेन की वॉल्यूम बढ़कर 2024 में 17,221 करोड़ हो गई, जो 2018 में 375 करोड़ थी। इस दौरान कुल लेनदेन की वैल्यू 5.86 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 246.83 लाख करोड़ रुपए हो गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि यूपीआई की वॉल्यूम और वैल्यू बीते पांच सालों में 89.3 फीसदी और 86.5 फीसदी के सीएजीआर से बढ़ी है। पी2पी (पर्सन-टू-पर्सन) और पी2एम (पर्सन-टू-मर्चेंट) दोनों ही लेनदेन यूपीआई ​​की सुरक्षित और रियल टाइम भुगतान क्षमताओं का लाभ उठाते हैं, जिससे व्यक्तियों और व्यवसायों के लिए पारंपरिक और समय लेने वाले तरीकों पर निर्भर हुए बिना वित्तीय लेनदेन करना आसान होता है। सिराज/ईएमएस 29जनवरी25