28-Jan-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। माउंट एवरेस्‍ट को फतह करना बहुत बड़ी उपलब्धि है। यह इतनी ऊंचाई पर है कि वहां वायुमंडल की ऑक्‍सीजन भी साथ छोड़ती दिखाती है। साथ ही चढ़ाई कितनी कठिन है कि माउंट एवरेस्‍ट जाने के रास्‍ते पर पड़े पर्वतारोहियों के शव इस बात की गवाही देते हैं। लेकिन हाल ही में एक रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि धरती पर माउंट एवरेस्ट से भी 100 गुना ऊंची चोटी मौजूद है। माउंट एवरेस्‍ट से ऊंचा ये पहाड़ अफ्रीका और प्रशांत महासागर की सीमा पर है और पृथ्वी पर पाए गए पहाड़ों में अब तक का सबसे ऊंचा पहाड़ है। माउंट एवरेस्‍ट से ऊंची ये चोटियां पृथ्‍वी की सतह से नीचे की ओर गहराई में मौजूद हैं। ये बेहद पुरानी हैं। पृथ्‍वी की सतह से बाहर की बजाय अंदर की ओर धंसे इन पहाड़ों की ऊंचाई 1 हजार किलोमीटर से कहीं ज्‍यादा है, जो कि माउंट एवरेस्‍ट की 8.8 किलोमीटर से कई गुना है। शोधकर्ताओं का कहना है कि ये पहाड़ आधा अरब साल से ज्‍यादा पुराने हो सकते हैं। शोधकर्ता और मशहूर भूंकप विज्ञानी डॉ. अरवेन ड्यूज कहते हैं कि ये कोई नहीं जानता कि वहां इन पहाड़ों की मौजूदगी क्या है? ये दो 2 विशाल संरचनाएं पृथ्वी के कोर और मेंटल के बीच की सीमा पर हैं। यह इलाका अफ्रीका और प्रशांत महासागर के नीचे क्रस्ट के नीचे अर्ध-ठोस क्षेत्र का है। चूंकि भूकंप या पृथ्‍वी के अंदर होने वाली घटनाओं के कारण टेक्‍टोनिक प्‍लेटें अपनी जगह बदलती रहती हैं और वे पृथ्वी की सतह से करीब 3 हजार किलोमीटर की गहराई तक जा सकती हैं। इसके बाद 1000 किलोमीटर की गहराई वाली इन संरचनाओं का मिलना संभव है। आशीष/ईएमएस 28 जनवरी 2025