कोरबा (ईएमएस) नगरीय निकाय चुनाव के तहत महापौर और अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही नामांकन दाखिल करने का सिलसिला शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी की महापौर प्रत्याशी उषा तिवारी ने पार्टी नेताओं के साथ कोरबा जिला कार्यालय पहुंचकर अपना नाम निर्देशन पत्र जमा किया। इस दौरान वर्तमान महापौर राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्याम सुंदर सोनी, पूर्व सभापति संतोष राठौर सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उनके साथ मौजूद रहे। उषा तिवारी ने नामांकन पत्र जमा करते हुए कांग्रेस पार्टी के प्रति विश्वास जताया और अपने समर्थकों के बीच महापौर पद के लिए समर्थन मांगा। कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने उषा तिवारी को जीत दिलाने का भरोसा जताते हुए उनकी उम्मीदवारी का स्वागत किया। उषा तिवारी ने कोरबा नगर निगम में विकास कार्यों को आगे बढ़ाने और जनता की समस्याओं का समाधान करने का वादा किया। इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह देखने को मिला और पार्टी के नेताओं ने चुनावी सफलता के लिए एकजुट होकर काम करने की शपथ ली। * कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी उषा तिवारी का राजनीतिक सफर छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने कोरबा नगर निगम की सामान्य महिला सीट के लिए श्रीमती उषा तिवारी पर भरोसा जताया है। उनके सामने नगर निगम में तीसरी बार कांग्रेस की सरकार बनाने की चुनौती है। श्रीमती उषा तिवारी का जन्म 1 जुलाई 1960 में हुआ। श्रीमती उषा तिवारी के पति डाॅ. के.पी. तिवारी पेशे से चिकित्सक है। शिक्षा की बात करे तो श्रीमती उषा तिवारी ने बीएससी से स्नातक की शिक्षा पूरी की है। इसके बाद वर्ष 1990 से श्रीमती उषा तिवारी ने कांग्रेस से जुड़कर सामाजिक एवं राजनीतिक कार्य में आगे बढ़ी। वर्ष 1193 से 2003 तक श्रीमती उषा तिवारी को कांग्रेस पार्टी ने ब्लाॅक महिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण का अध्यक्ष बनाया। साल 2001 से 2004 तक महामंत्री प्रदेश कांग्रेस कमेटी नगरी निकाय। वे साल 2004 से 2005 तक उपाध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी, साल 2005 से 2011 तक अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी शहर कोरबा, साल 2011 से 2014 तक सदस्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी, साल 2012 से 2014 तक सचिव छ.ग. प्रदेश कांग्रेस कमेटी एवं प्रभारी रायपुर वि. क्षेत्र, साल 2018 से 2020 तक अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण कोरबा के दायित्व निर्वहन किया। छत्तीसगढ़ की हाईप्रोफाइल नेताओं के कोरबा की राजनीति पर नजर डाले तो कोरबा नगर निगम की महापौर सीट पर प्रत्याशियों से ज्यादा मौजूदा मंत्री लखनलाल देवांगन और पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की साख दांव पर लगी हुई है। ऐसे में उषा तिवारी के नाम का ऐलान होने के बाद जहां कांग्रेस एक बार फिर जहां एकजुटता के साथ चुनाव लड़कर लगातार तीसरी बार कांग्रेस का महापौर बनाने की जुगत लगायेगी। वहीं मंत्री लखनलाल देवांगन निगम की सत्ता से कांग्रेस को उखाड़ फेंकने में अपनी ताकत झोंकते नजर आयेंगे। जाति समीकरण की बात करे तो कोरबा नगरीय निकाय क्षेत्र में ब्राम्हण के साथ ही पूर्वांचल के काफी मतदाता है। इस लिहाज से निगम की सत्ता की लड़ाई सीधे तौर पर पूर्वांचल बनाम ब्राम्हण के बीच मानी जा रही हैं। इस लड़ाई में स्थानीय मुद्दे चुनाव पर काफी असर डालेंगे। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के बीच यह मुकाबला एक तरफा न होकर काफी रोचक और कड़ा होने वाला है, जिस पर पूरे प्रदेश की नजर रहेगी। 27 जनवरी / मित्तल