27-Jan-2025
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(सीताराम नाटानी) गुना-(ईएमएस)l जिले के विजयपुर में स्थित राष्ट्रीय उर्वरक लिमिटेड (एनएफएल) के प्लांट में पिछले 20 दिनों से घूम रहे तेंदुए को आखिरकार पकड़ लिया गया है। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई थी, क्योंकि तेंदुआ कई बार कर्मचारियों और स्थानीय लोगों द्वारा देखा गया था। वन विभाग द्वारा लगातार प्रयास और निगरानी के बाद, तेंदुआ को एक पिंजरे में फंसा लिया गया। घटना की शुरुआत 6 जनवरी को रात के समय एनएफएल प्लांट में सीआईएफ (सेंट्रल इंडस्ट्रियल फोर्स) के जवानों ने सर्चिंग के दौरान तेंदुए के मूवमेंट का पता लगाया। इस दौरान तेंदुए की गतिविधियां वीडियो कैमरे में कैद की गईं। इस वीडियो को तत्काल व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सभी कर्मचारियों तक पहुंचाया गया, और उन्हें सतर्क रहने की सलाह दी गई। इसके बाद 23 जनवरी को फिर से कर्मचारियों ने तेंदुए को देखा, और इस बार सीसीटीवी कैमरे में उसकी स्पष्ट तस्वीरें सामने आईं। 24 जनवरी को स्थिति और गंभीर हो गई, जब तेंदुआ कर्मचारियों के कार्यस्थल के बेहद करीब देखा गया। इस घटना के बाद कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच डर और चिंता का माहौल बन गया। वन विभाग की कार्रवाई तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने 10 दिनों तक लगातार निगरानी की। प्लांट के आसपास कई स्थानों पर जाल बिछाए गए और कैमरा ट्रैप का इस्तेमाल किया गया। तेंदुए को फंसाने के लिए जाल में एक बकरी के बच्चे को रखा गया, ताकि वह आकर्षित हो सके। आखिरकार, वन विभाग की मेहनत रंग लाई, और तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया। सुरक्षा और राहत का माहौल तेंदुए को पकड़ने की इस सफलता से एनएफएल के कर्मचारियों और स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली। बीते कुछ दिनों से तेंदुए की उपस्थिति के कारण कर्मचारियों का काम करना मुश्किल हो गया था। हालांकि, वन विभाग ने यह सुनिश्चित किया कि तेंदुए को बिना किसी नुकसान के पकड़ा जाए। पकड़े जाने के दौरान पिंजरे में बांधी गई बकरी भी सुरक्षित रही। विशेषज्ञों का मानना है कि जंगलों की घटती सीमा और शहरीकरण के कारण इस प्रकार की घटनाएं बढ़ रही हैं।