राष्ट्रीय
26-Jan-2025


संभल (ईएमएस)। जामा मस्जिद के सर्वे के विरोध में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड शारिक साठा गिरोह के सक्रिय सदस्य मुल्ला अफरोज के जेल जाने के बाद अब पुलिस उसके मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज रही है। उससे ये पता लगागे कि उसके मोबाइल में कौन से एप चलते थे और कितने सिम कार्ड मोबाइल में उपयोग हुए हैं। क्योंकि शारिक साठा एप के द्वारा ही अपने गिरोह के सदस्य से बातचीत करता है। उसके ही मोबाइल से अन्य साथियों के सुराग मिलने की उम्मीद है। बता दें कि 24 नवंबर 2024 को हिंसा हुई थी। इसमें चार लोगों की मौत हुई थी और सीओ-इंस्पेक्टर के साथ तीस से अधिक पुलिस कर्मी घायल हुए थे। मामले में पुलिस-प्रशासन की तरफ से सात केस पंजीकृत किए गए थे। इसमें सांसद जियाउरर्हमान बर्क, विधायक पुत्र सुहेल इकबाल सहित 37 को नामजद करते हुए साढ़े तीन हजार से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुए थे। अभी तक पुलिस मामले में 61 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इसमें एक आरोपित मुल्ला अफरोज नगर के मुहल्ला हुसैनी रोड दीपा सराय नखासा निवासी भी शामिल है। जो, 19 जनवरी को जेल भेजा गया है। अफरोज हिस्ट्रीशीटर शारिक साठा गिरोह में रहकर प्रॉपर्टी डीलर का कार्य करता था और 24 नवंबर को हुई हिंसा में उसी की गोलियां से बिलाल व अयान की मौत हुई थी। पूछताछ में शारीक ने बताया था कि शारिक साठा एप के द्वारा अपने गिरोह के सदस्यों से बातचीत करता है और हिंसा में पुलिस और पब्लिक को मारने के लिए विदेशी हथियार मुहैया करवाएं थे। उधर, पुलिस को भी हिंसा के बाद तलाशी अभियान में पाकिस्तानी और अमेरिकन कारतूस भी बरामद हुए थे। इन्हीं सब चीजों का कनेक्शन तलाशने के लिए अब पुलिस मुल्ला अफरोज के मोबाइल को मुरादाबाद की विधि विज्ञान प्रयोगशाला की लैब में भेजने की तैयारी कर रही है। आशीष दुबे / 26 जनवरी 2025