राज्य
24-Jan-2025


पुणे, (ईएमएस)। जीबी सिंड्रोम ने पुणे में कहर बरपाया है। आलम यह है कि जीबी सिंड्रोम के मरीजों की संख्या 2 दिन में ढाई गुना बढ़ गई है। सिर्फ 2 दिनों में ही गिलियन-बैरे सिंड्रोम के मरीजों की संख्या में 2.5 गुना का इजाफा हुआ है। बताया गया है कि 38 पुरुष और 21 महिलाएं इस सिंड्रोम से संक्रमित हो चुके हैं। इतना ही नहीं, 59 में से 22 मरीज इलाज के लिए अस्पताल में वेंटिलेटर पर भर्ती हैं। किस आयु वर्ग में गिलियन-बैरे सिंड्रोम के कितने हैं रोगी हैं? 0 से 9 वर्ष की आयु की 4 लड़कियां और 7 लड़के जीबी सिंड्रोम से संक्रमित 4 लड़कियाँ और 8 लड़के, उम्र 10-19 वर्ष 1 महिला और 6 पुरुष जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है 3 महिलाएं 5 पुरुष जिनकी उम्र 30 से 39 वर्ष है 3 महिला और 5 पुरुष मरीज़ जिनकी उम्र 40 से 49 वर्ष है 50 से 59 वर्ष की आयु वर्ग की 2 महिलाएं और 5 पुरुष 3 महिलाएं और 4 पुरुष जिनकी उम्र 60 से 69 वर्ष है 70 से 79 वर्ष की आयु के बीच की एक महिला इस रोग से संक्रमित हुई है। गिलियन-बैरे सिंड्रोम के रोगियों की संख्या में तेजी से वृद्धि के कारण स्वास्थ्य प्रणाली सतर्क हो गई है। चूंकि यह पता चला है कि यह बीमारी दूषित पानी के कारण होती है, इसलिए पुणे महानगरपालिका ने एक टास्क फोर्स का गठन किया है और पानी के नमूनों की जांच शुरू कर दी है। पुणे महानगरपालिका क्षेत्र में 11, पुणे ग्रामीण में 33, पिंपरी चिंचवाड़ में 12 और अन्य जिलों में 3 मरीज हैं। इससे पुणेवासियों की टेंशन बढ़ गई है। स्वेता/संतोष झा- २४ जनवरी/२०२५/ईएमएस