टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जारी किए आंकड़े नई दिल्ली (ईएमएस)। पूरे देश में टेलीफोन का घनत्व टेली-डेंसिटी 84.32 फीसदी है। लेकिन हम आपकों बता रहे हैं कि भारत में सबसे ज्यादा टेली डेंसिटी दिल्ली का है, जबकि सबसे कम बिहार का टेलीफोन का घनत्व है। टेलीफोन घनत्व या टेली-डेंसिटी किसी क्षेत्र में रहने वाले हर सौ व्यक्तियों के लिए टेलीफोन कनेक्शनों की संख्या को दिखाता है। यह राष्ट्रों में और देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच व्यापक रूप से भिन्न होता है। टेलीफोन घनत्व का क्षेत्र के प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद के साथ महत्वपूर्ण संबंध है। मतलब जहां ज्यादा टेली-डेंसिटी, वहां ज्यादा खुशहाली या अमीरी होने के प्रमाण होते है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने टेलीकॉम सब्सक्रिप्शन डेटा के हाईलाइट्स जारी किए हैं, जो कि 30 नवंबर 2024 की स्थिति को दिखाता है। इसके मुताबिक वर्तमान में देश में सबसे ज्यादा टेली-डेंसिटी दिल्ली राज्य की है। यहां वर्तमान में 278.07 फीसदी की टेली-डेंसिटी है। मतलब कि हर व्यक्ति के ऊपर करीब तीन फोन कनेक्शन। वहीं देश में सबसे कम टेली-डेंसिटी बिहार राज्य की है। वहां टेली-डेंसिटी 56.27 फीसदी है। देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य उत्तर प्रदेश है। लेकिन टेली-डेंसिटी के मामले में उत्तरप्रदेश नीचे से दूसरा स्थान रखता है। इस मामले में यूपी सिर्फ बिहार से ही ऊपर है। वर्तमान में यूपी की टेली-डेंसिटी 65.96 फीसदी है। टेली-डेंसिटी के मामले में दिल्ली के बाद हिमाचल प्रदेश का स्थान है। वहां अभी यह 119.50 फीसदी है। इसके बाद केरल 118.99 प्रतिशत, पंजाब 110.84 प्रतिशत, कर्नाटक 103.95 प्रतिशत, तमिलनाडु 102.09 प्रतिशत और महाराष्ट्र 100.31 प्रतिशत पर है। टेली-डेंसिटी के मामले में राष्ट्रीय औसत घट रहा है। पिछले साल मार्च में टेली-डेंसिटी का राष्ट्रीय औसत 85.69 फीसदी था। साल 2023 के मार्च में यह 84.51 फीसदी था। यह नवंबर 2024 घट कर 84.32 फीसदी रह गया है। आशीष/ईएमएस 24 जनवरी 2025