ज़रा हटके
24-Jan-2025
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वॉशिंगटन(ईएमएस)। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में एक नई खोज से कैंसर के इलाज में बड़ा बदलाव आने की संभावना बताई जा रही है। अमेरिकी कंपनी ऑरेकल के सीईओ लैरी एलिसन ने दावा किया है कि एआई की मदद से कैंसर का इलाज 48 घंटे में संभव हो सकेगा। उनका कहना है कि एआई तकनीक से कैंसर का जल्दी पता लगाना और उसके लिए कस्टमाइज्ड वैक्सीन तैयार करना अब केवल 48 घंटे में संभव होगा, जिससे इलाज को तेज और व्यक्तिगत बनाया जा सकेगा। लैरी एलिसन ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि यह एक संभावित भविष्य की योजना है, जिस पर तेजी से काम किया जा रहा है। यह तकनीक कैंसर के खिलाफ लड़ाई को नया आयाम देने के साथ-साथ लाखों जिंदगियों को बचाने में भी मील का पत्थर साबित हो सकती है। यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब रूस ने पहले ही घोषणा की है कि वह 2025 से अपने नागरिकों को कैंसर वैक्सीन मुफ्त में देना शुरू करेगा। इस स्थिति में अमेरिका को इस तकनीक में सफलता प्राप्त करने के लिए जल्द ही ठोस परिणाम देने होंगे, ताकि वह इस दौड़ में आगे निकल सके। अमेरिका के फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने मई 2024 में पर्सनलाइज्ड कैंसर वैक्सीन का परीक्षण 4 मरीजों पर किया था। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस वैक्सीन के दो दिन के भीतर मरीजों की इम्युनिटी में उल्लेखनीय सुधार देखा गया। इस नई तकनीक ने कैंसर के मरीजों और उनके परिवारों में उम्मीदों की किरण जगा दी है। वर्तमान में, कैंसर दुनियाभर में मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर 6 में से 1 व्यक्ति की मौत कैंसर के कारण होती है। वीरेंद्र/ईएमएस 24 जनवरी 2025