नईदिल्ली (ईएमएस)। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से भविष्य के महाकुंभ की एक दिलचस्प झलक सामने आई है। साल 2069 में होने वाले महाकुंभ का दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसे देखकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए हैं। महाकुंभ के आयोजन को लेकर सरकार ने हर संभव प्रयास किए हैं, जिसमें टेंट, टॉयलेट्स, पीने का पानी और अन्य सुविधाओं का इंतजाम किया गया है। बावजूद इसके, श्रद्धालु कुछ समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इन समस्याओं के बीच, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने एक अनोखी झलक पेश की, जिसमें दिखाया गया है कि 2069 के महाकुंभ में लोग किस प्रकार की तकनीकी परिवर्तनों का सामना करेंगे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और चित्रों में इस भविष्य के महाकुंभ की कल्पना की गई है, जहां पारंपरिक साधू-बाबाओं की जगह रोबोटिक साधू नजर आएंगे। ये साधू अपनी हथेली से आरती की लौ जला सकेंगे। वहीं, आसमान में ग्रह-नक्षत्रों के संगम का दृश्य भी श्रद्धालुओं के लिए अलौकिक होगा। यह वीडियो न सिर्फ तकनीकी दृष्टिकोण से, बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी अनोखा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से यह वीडियो दिखाता है कि महाकुंभ का आयोजन भविष्य में कैसे पूरी तरह से टेक्नोलॉजी से सुसज्जित होगा। लोग इस दृश्य को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए हैं और इसे लाखों बार देखा जा चुका है। इसमें दिखाया गया है कि अगले 144 वर्षों में तकनीक कितनी विकसित हो जाएगी, जिससे महाकुंभ का अनुभव एक नई और अद्भुत दिशा में परिवर्तित हो जाएगा। इस महाकुंभ का हिस्सा बनने के लिए लोग अपनी अगली पीढ़ी को खुशकिस्मत मान रहे हैं, क्योंकि यह तकनीकी परिवर्तन न सिर्फ धार्मिक अनुभव को प्रभावित करेगा, बल्कि इसे एक नए आयाम पर भी ले जाएगा। वर्तमान में जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत हो चुकी है, भविष्य में यह तकनीक बेहद एडवांस हो जाएगी। सुदामा/ईएमएस 24 जनवरी 2025