-ओडिशा के कटक में आयोजित कार्यक्रम को किया ऑन लाइन संबोधित नई दिल्ली,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर पराक्रम दिवस पर लोगों से विकसित भारत के निर्माण के लिए एकजुट होने की अपील की। ओडिशा के कटक में आयोजित कार्यक्रम को वीडियो संदेश के जरिए संबोधित करते हुए उन्होंने नेताजी को याद किया और देश के लिए उनके योगदान को प्रेरणा का स्रोत बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि नेताजी ने कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर आजादी के लिए संघर्ष किया। हमें भी विकसित भारत के निर्माण के लिए अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना होगा। हमें उत्कृष्टता और दक्षता को अपनाते हुए खुद को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाना है। उन्होंने नेताजी द्वारा आजाद हिंद फौज के गठन का जिक्र करते हुए कहा कि फौज में हर वर्ग और क्षेत्र के लोग शामिल थे, जिनकी भाषाएं अलग थीं, लेकिन उद्देश्य एक था- देश की आजादी। उन्होंने इसे विकसित भारत के लिए एकता की सीख बताया। विकास और एकता पर जोर प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को भारत की एकता को कमजोर करने वाली ताकतों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा, कि हमें नेताजी के जीवन से प्रेरणा लेकर एकजुट रहना होगा और उनकी भावना को जीवंत रखना होगा। उन्होंने बताया कि बीते दशक में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। गांवों और शहरों में आधुनिक अवसंरचना का तेजी से विकास हो रहा है। इसके साथ ही भारतीय सेना की ताकत और विश्व मंच पर भारत की भूमिका में भी बड़ा बदलाव आया है। भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत विकास की तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और वह दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बन जाएगा। उन्होंने कहा, कि नेताजी की प्रेरणा से हमें एक लक्ष्य-एक ध्येय के साथ विकसित भारत के लिए काम करना है। प्रधानमंत्री ने नेताजी के नाम पर अंडमान के द्वीपों का नामकरण, इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा की स्थापना और उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने जैसे फैसलों का उल्लेख किया। उन्होंने नेताजी की भारत की विरासत पर गर्व करने वाली सोच को हर भारतीय के लिए अनुकरणीय बताया। प्रधानमंत्री का यह संदेश देश को एकजुट होकर विकसित भारत के सपने को साकार करने की दिशा में प्रेरित करता है। हिदायत/ईएमएस 23जनवरी25