-1979 कैंप डेविड संधि ने गलियारे में सीमित सैनिक तैनाती की इजाजत दी थी तेल अवीव,(ईएमएस)। इजराइल-हमास के बीच युद्ध विराम शुरू हो गया है। पिछले 15 महीनों से चल रही लड़ाई यह एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। कतर, मिस्र और अमेरिका के प्रयासों से यह समझौता सफल हुआ है। इसके तहत कई चरणों में हमास की ओर से बंधकों की रिहाई होगी। वहीं इजराइल भी जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। पहले चरण में हमास की ओर से 33 बंधकों को छोड़ा जाएगा। इसके अलावा राहत सामग्री वाले 600 ट्रक और 50 ईंधन टैंकर हर रोज गाजा जाएंगे, लेकिन युद्धविराम की शर्तों में फिलाडेल्फिया कॉरिडोर से वापसी भी शामिल है। यह ऐसी जगह है, जिसे नेतन्याहू नहीं छोड़ना चाहते। फिलाडेल्फिया कॉरिडोर राफा क्रॉसिंग समेत मिस्र और गाजा की सीमा के बीच 14 किमी लंबी और 100 मीटर चौड़ी पट्टी है। 2005 में गाजा से इजराइली सैनिकों की वापसी के बाद एक विसैन्यीकृत सीमा के रूप में नामित किया था। यह भूमध्य सागर तक जाती है। मिस्र के साथ इजराइल की 1979 कैंप डेविड संधि ने गलियारे में सीमित संख्या में सैनिकों को तैनात करने की इजाजत दी थी। इजराइल के बाद यह फिलिस्तीनी प्राधिकरण की जिम्मेदारी थी 2007 में हमास की ओर से गाजा पर नियंत्रण करने तक मिस्र ने यहां 750 पुलिसकर्मी तैनात कर रखे थे ताकि तस्करी को रोका जा सके। मई में इजराइल ने पिछले साल इस कॉरिडोर पर कब्जा कर लिया था। पहले जब भी युद्धविराम की चर्चा में फिलाडेल्फिया कॉरिडोर से हटने की बात आती तो इजराइल नहीं मानता था, लेकिन अब के समझौते में इजराइली रक्षा बल चरणबद्ध तरीके से नेटजारिम कॉरिडोर और फिलाडेल्फिया कॉरिडोर से वापसी करेगी। इन क्षेत्रों में आईडीएफ की मौजूदगी धीरे-धीरे कम होगी। 50वें दिन फिलाडेल्फिया कॉरिडोर से इजराइली सेना पूरी हट जाएगी। इसके बाद मिस्र राफा क्रॉसिंग की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेगा। फिलाडेल्फिया कॉरिडोर कब्जाने का प्लान पहले से ही नेतन्याहू के दिमाग में था। पिछले साल जनवरी में ही उन्होंने गाजा-मिस्र सीमा को कंट्रोल करने का इरादा जताया था। गाजा की सीमा दो तरफ से इजराइल से घिरी है। वहीं एक तरह भूमध्य सागर है। मिस्र के साथ गाजा की सीमा हमास के लिए किसी लाइफलाइन से कम नहीं है। गाजा में घातक हथियारों की तस्करी हमास इसी रास्ते करता रहा है। यहां पर इजराइल कब्जा करना चाहता है। सुरंगों और बॉर्डर के जरिए हथियारों और अन्य सामान की तस्करी होती है। इसके अलावा हमास अपने गुर्गों को गाजा में लाने और बाहर भेजने के लिए इसी फिलाडेल्फिया कॉरिडोर का इस्तेमाल करता है। मिस्र की ओर से लगातार इसे रोकने की कोशिश की जाती रही है, फिर भी हमास की तस्करी जारी है। सिराज/ईएमएस 21 जनवरी 2025