वॉशिंगटन डीसी (ईएमएस)। डोनाल्ड ट्रम्प दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने गए। भारतीय समयानुसार सोमवार रात 10:30 बजे अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में सुप्रीम कोर्ट के जज जॉन रॉबर्ट ने बाइबिल पर हाथ रखकर शपथ दिलाई। ट्रम्प ने बाइबिल पर हाथ रखकर कहा- अमेरिकी संविधान की हिफाजत करूंगा। ट्रम्प से पहले उपराष्ट्रपति के तौर पर जेडी वेंस शपथ ली। अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण से पूर्व ट्रम्प पत्नी मेलानिया के साथ सेंट जॉन चर्च पहुंचे। यहां उन्होंने प्रार्थना की। ट्रम्प 2017 के बाद दूसरी बार दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश के शीर्ष पद पर आसीन हुए हैं। ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और बड़े नेता मौजूद रहे। पिछले साल नवंबर में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में ट्रंप ने कमला हैरिस को हराया था। विदेश मंत्री एस। जयशंकर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। शपथ ग्रहण से पूर्व अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में तापमान माइनस 5 डिग्री सेल्सियस था। कड़कड़ाती ठंड के चलते 40 साल बाद राष्ट्रपति की शपथ संसद के अंदर रखी गई थी। इससे पहले 1985 में रोनाल्ड रीगन की शपथ कैपिटल हिल के अंदर हुई थी। सामान्य तौर पर राष्ट्रपति खुले मैदान नेशनल मॉल में शपथ लेते हैं। इधर पीएम नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित दुनिया के अनेक देशो के प्रमुखो ने ट्रम्प को बधाई दी है। व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वे रूस-यूक्रेन और परमाणु हथियारों के मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार हैं। वहीं पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा- मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में ऐतिहासिक शपथ ग्रहण पर बधाई! मैं एक बार फिर साथ मिलकर काम करने, दोनों देशों को लाभ पहुंचाने और दुनिया के लिए बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए तत्पर हूं। आने वाले सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं। सुबोध/२०-०१-२०२५