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20-Jan-2025
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यरुशलम(ईएमएस)। हमास की ओर से 471 दिनों तक बंधक बनाए रखी गईं तीन महिलाएं जब छूटकर अपने घर पहुंचीं तो घरवालों के आंसू छलक पड़े। रिहा होने वालीं तीन इस्राइली महिलाओं में एक बेटी भी है, जिसे नृत्य करने में सबसे ज्यादा खुशी होती है। 24 साल की रोमी गोनेन की यही खुशी 7 अक्तूबर, 2023 को गम और खौफ में बदल गई। वह इस खौफनाक दिन हमास के हमले के दौरान नोवा उत्सव से भागने के दौरान बंधक बना ली गई थीं। इस्राइल-हमास समझौते के बाद रोमी गोनेन के साथ ही ब्रिटिश-इस्राइली दोहरी राष्ट्रीयता रखने वाली 28 वर्षीय एमिली दामारी और 31 साल की पशु चिकित्सा नर्स डोरोन स्टीनब्रेच भी रिहा हुई हैं। एमिली दामारी को हमास ने किबुत्ज केफर अजा से बंधक बनाया था। रविवार को जब उनकी रिहाई हुई,तो परिवार के एक करीबी सूत्र ने कहा कि उनके लिए 471 दिन बहुत कष्टदायक रहे, पर उससे भी अधिक उनकी रिहाई के 24 घंटे का इंतजार कष्टदायक रहा। घर पहुंचने पर एमिली को गले लगाकर उनकी मांं मैंडी रो पड़ीं। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि बेटी घर आ गई है। रोमी इस्राइल के उत्तर में केफर वेराडिम में अपने घर से नोवा उत्सव में शामिल होने गई थीं। उसके परिवार ने कहा कि वह वहां वह करने गई थी जो उसे पसंद था, नृत्य करना। उसने 12 साल नृत्य सीखा और कोरियोग्राफर बन गई। हमास के हमलों के दौरान सायरन बजने पर रोमी ने अपने परिवार को फोन किया था। उनकी मां ने बेटी के साथ उस आखिरी कॉल में गोलियों की आवाज के साथ ही अरबी में चिल्लाने की आवाजें सुनी थीं। हमास के हमले मंडोरोन स्टीनब्रेचर को किबुत्ज केफर अजा में उनके अपार्टमेंट से अगवा किया गया था। थिएटर व फिल्म की पढ़ाई के दौरान डोरोन का जानवरों के लिए प्यार बढ़ा। इस वजह से वह पशु चिकित्सक नर्स बन गईं। बीते साल मई में उनकी बहन यामित ने उन्हें एक एहसासों से भरा खत लिखा। इसमें उन्होंने डोरोेन को अपनी सनशाइन कहा था। 28 वर्षिय एमिली दामरी हमास ने किबुत्ज केफर अजा से बंधक बनाया था। रविवार को जब उनकी रिहाई हुई,तो परिवार के एक करीबी सूत्र ने कहा कि उनके लिए 471 दिन बहुत कष्टदायक रहे, पर उससे भी अधिक उनकी रिहाई के 24 घंटे का इंतजार कष्टदायक रहा। घर पहुंचने पर एमिली को गले लगाकर उनकी मां मैंडी रो पड़ीं। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि बेटी घर आ गई है। वीरेंद्र/ईएमएस/20जनवरी2025