व्यापार
19-Jan-2025
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- कच्चे तेल के दाम, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेगी मुंबई (ईएमएस)। इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों की दिशा एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों, डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करने के बाद की घोषणाओं और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की गतिविधियों के रुख से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। ट्रंप सोमवार को दूसरे कार्यकाल के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे। सप्ताह के दौरान भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन ‎लिमिटेड (बीपीसीएल), एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, डॉ रेड्डीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील और आईसीआईसीआई बैंक सहित कई बड़ी कंपनियां अपने दिसंबर तिमाही के नतीजे घो‎षित करेंगी। इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के बीच का संघर्ष भी बाजार की जटिलता को और बढ़ा रहा है। बाजार के एक वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक ने कहा ‎कि जैसे-जैसे तिमाही नतीजों का सीजन आगे बढ़ेगा, निवेशकों का ध्यान आगामी केंद्रीय बजट पर केंद्रित होने की उम्मीद है, जो साल के लिए सरकार के आर्थिक और राजकोषीय रुख की रूपरेखा तैयार करेगा। बाजार प्रतिभागी नीतिगत उपायों, राजकोषीय आवंटन और विकास पहल पर बारीकी से नजर रखेंगे। उन्होंने कहा कि वैश्विक मोर्चे पर सभी की नजरें डोनाल्ड ट्रंप पर हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेगी। एक बाजार ‎विशेषज्ञ कहते हैं ‎कि तीसरी तिमाही के लिए नतीजों का सिलसिला जारी है। ऐसे में घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा। कुछ शेयर विशेष गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। निवेशकों की नजरें कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा प्रबंधन की टिप्पणियों पर रहेगी। उन्होंने कहा कि ट्रंप के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद नीतिगत घोषणाएं वैश्विक स्तर पर बाजार धारणा को काफी प्रभावित करेंगी। बाजार ‎विशेषज्ञों ने कहा ‎कि आगे हम उम्मीद करते हैं कि इस सप्ताह बाजार कई घरेलू और वैश्विक कारकों के कारण सतर्क रुख बनाए रखेगा। सप्ताह के दौरान दिग्गज कंपनियों के तिमाही नतीजे आ रहे हैं, जिन पर सभी की निगाह रहेगी। इसके अलावा 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद व्यापार शुल्कों की घोषणा और उसके वैश्विक व्यापार पर असर को लेकर सभी की नजरें रहेंगी। सतीश मोरे/19जनवरी ---