ग्वालियर ( ईएमएस ) | मुरैना रोड स्थित ए. बी. वी. – आई. आई. आई. टी. एम. ग्वालियर में दिनांक 17 जनवरी 25 को 27वां स्थापना दिवस समारोह का संस्थान सभागार में सफल आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक प्रो श्री निवास सिंह के द्वारा की गयी। मुख्य अतिथि , डॉ. मनु कोरुला, विशिष्ठ अतिथि प्रो. डी पी अग्रवाल, तथा संस्थान के चेयरमैन दीपक घाईसस की सौम्य उपस्थिति एवं उनके द्वारा दिये गए वक्तव्यों ने इस कार्यक्रम को और भी यादगार बनाया। लेडीज़ क्लब की अध्यक्ष श्रीमती वंदना सिंह ने भी कार्यक्रम में उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। सभी विशिष्ठ अतिथियों के द्वारा सरस्वती पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में संस्थान की उपलब्धियों को विडियो के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। छात्र छात्राओं के द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियाँ दी गयीं जिसमें शास्त्रीय एकल नृत्य, नुक्कड़ नाटक, पश्चिमी समूह नृत्य, संगीत बैंड तथा वाद्य प्रस्तुति इत्यादि शामिल रहे। स्थापना दिवस समारोह में शिक्षकों को उनके क्षेत्रों में अद्वितीय कार्य के लिए मुख्य अतिथि एवं विशिष्ठ अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। इस समारोह में डॉ. पिंकू रंजन को एबीवी – रिसर्च एक्सलेन्स अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया। सूचान प्रौद्योगिकी विभाग के प्रो. आदित्य त्रिवेदी तथा इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग की प्रो. मनीषा पटनायक अटल आउटस्टैंडिंग टीचर्स अवार्ड से विभूषित किया गया। यह सम्मान शिक्षण प्रोफ़ाइल और योगदान, अनुसंधान और विकास कार्य, संस्थान प्रशासन और सामाजिक और व्यावसायिक गतिविधियों में योगदान के आधार पर प्रदान किया गया। डॉ. अनुवेदिता तथा डॉ. प्रज्ञा शुक्ला को खेल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार समारोह के तहत एयरफोर्स डे विजेता की 3 टीमों, स्मार्ट इंडिया हैकथॉन विजेता की 2 टीमों, ऊर्जा विजेता ट्रॉफी, इन्टर-IIIT कर्मचारी खेल प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरुसकृत किया गया। उन्हें प्रमाणपत्र तथा पारितोषिक प्रदान किए गए। इस कार्यक्रम में संस्थान के शासी, अशासी सदस्य, छात्र, छात्राएँ आदि उपस्थित रहे। संस्थान के निदेशक प्रो. एस एन सिंह ने अपने वक्तव्य में मुख्य अतिथि और विशिष्ठ अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए उनका स्वागत किया एवं पिछले वर्ष से इस वर्ष की संस्थान की उपलब्धियों का विवरण दिया। उन्होने कहा कि संस्थान में छत्र संख्या बढ़ाने के लिए नए स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू किए गये हैं। भविष्य में प्रारंभ होने वाले पाठ्यक्रम से भी अवगत कराया गया। प्रो. सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि किसी भी देश के प्रौधयोगिकी संस्थानों की प्रगति प्रौधयोगिकी के प्रति उसकी जागरूकता को दिखाती है। आई आई आई टी संस्थानों में अनुसंधान और नवाचार नए भारत के स्वभाव का हिस्सा बन गए हैं। हमारे संस्थान ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी योग्यता साबित की है। संस्थान की देश भर में कई तकनीकी और प्रबंधन उपक्रमों में सक्रिय भागीदारी है और निश्चित रूप से इस देश में आईटी और प्रबंधन के विकास में योगदान देने के लिए यह और भी आगे है। मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि एवं चेयरमैन बी ओ जी आई आई आई टी एम श्री दीपक घाईसस ने अपने अनुभव साझा करते हुए सभी को अपने प्रेरणादायी वक्तव्यों से अभिभूत किया। मुख्य अतिथि डॉ. मनु कोरूल्ला ने अपने सम्बोधन में संस्थान के संकाय सदस्यों, शोधकर्ताओं और छात्रों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि मैं जहां भी जाता हूं वहाँ ट्रिपल आई टी एम ग्वालियर को ट्रिपल आई टी शृंखला में प्रथम कहा जाता है जिसे सुनकर अच्छा लगता है, तो आप सब भी प्रथम हैं। संस्थान के चेयरमैन श्री घाईसस के द्वारा संस्थान, डीआरडीओ तथा देश की अपेक्षाओं, को एक साथ लाकर एक बहुत ही प्रेरणादायी वक्तव्य दिया गया जिसे महत्वपूर्ण संसाधन के रूप में प्रस्तुत कर सभी को प्रेरणा से भर दिया। स्थापना दिवस के मुख्य समन्वयक के रूप में प्रो. पटनायक ने माननीय निदेशक की ओर से इस कार्यक्रम को एक सफल व यादगार बनाने के लिए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि हम अपने संस्थान के गौरवशाली भविष्य के निर्माण के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगे। सभी का सम्मिलित प्रयास संस्थान को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए अग्रसर है। माननीय अध्यक्ष (बीओजी) और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को उनके समर्थन और समय के लिए उन्होंने विशेष आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया।