नई दिल्ली (ईएमएस)। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह का नाश्ता छोड़ने से थकान, कमजोरी और अनियमित ब्लड शुगर लेवल जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासतौर पर डायबिटीज के मरीजों को नाश्ता जरूर करना चाहिए, क्योंकि इसे छोड़ने से ब्लड शुगर अस्थिर हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, नाश्ता न करने से शरीर में न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन का स्तर प्रभावित हो सकता है। सेरोटोनिन मूड को नियंत्रित करता है और इसकी कमी से चिड़चिड़ापन, चिंता, और डिप्रेशन जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसके अलावा, नाश्ता छोड़ने से दिन में अनहेल्दी स्नैक्स खाने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे वजन बढ़ सकता है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि नाश्ता न करना हृदय रोगों के जोखिम को बढ़ा सकता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने और इंसुलिन सेंसिटिविटी को कम करने का कारण बन सकता है। मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जैसे ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत और मानसिक थकान। अगर सुबह भूख नहीं लगती है, तो हल्का नाश्ता एक बेहतर विकल्प हो सकता है। फल, नट्स, दही, या स्मूदी जैसे खाद्य पदार्थ न केवल पोषक तत्व प्रदान करते हैं बल्कि पचने में भी आसान होते हैं। नियमित समय पर भोजन करना और दिनभर ऊर्जा बनाए रखना महत्वपूर्ण है। हालांकि, हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है। अगर नाश्ता छोड़ने के बावजूद आप ऊर्जावान महसूस करते हैं, तो यह आपके लिए सही हो सकता है। लेकिन अगर थकान या भूख महसूस होती है, तो नाश्ता करना जरूरी है। अगर नाश्ता छोड़ने से संबंधित कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। हल्का और पोषण युक्त नाश्ता आपकी सेहत को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकता है। सुबह पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से भूख बढ़ सकती है और पाचन तंत्र में सुधार हो सकता है। स्वस्थ जीवनशैली के लिए अपने शरीर की जरूरतों को समझना और उसके अनुसार निर्णय लेना सबसे जरूरी है। बचपन से हमें सिखाया गया है कि नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन है। यह न केवल ऊर्जा प्रदान करता है बल्कि पूरे दिन की गतिविधियों के लिए शरीर को तैयार करता है। सुदामा/ईएमएस 18 जनवरी 2025