भिलाई (ईएमएस)। भिलाई इस्पात संयंत्र को मानव संसाधन के क्षेत्र में “इस्पात उद्योग” के उत्कृष्ट योगदान के लिए, गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स 2024 में विजेता के रूप में चुना गया है और उसे “गोल्डन पीकॉक एचआर एक्सीलेंस अवार्ड 2024” राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। भिलाई इस्पात संयंत्र की एचआर नीतियों और प्रथाओं ने इस्पात उद्योग के क्षेत्र में एक नया मापदंड स्थापित किया है। इस प्रतिष्ठित सम्मान के साथ, गोल्डन पीकॉक सचिवालय ने भिलाई इस्पात संयंत्र को गोल्डन पीकॉक के हॉरिजेंटल और वर्टिकल लेआउट में जारी लोगो को अपने दस्तावेजों में प्रयोग करने के लिए अधिकृत भी किया है। भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता और उनकी समर्पित टीम को आगामी 6 और 7 फरवरी 2025 को मुंबई में आयोजित भव्य पुरस्कार समारोह में आमंत्रित किया गया है। साथ ही, उन्हें अपनी टीम द्वारा किए गए प्रयासों और आवेदन में दिए गए विवरण पर प्रस्तुति देने का भी अवसर मिलेगा। गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स 2024 के विजेता के रूप में भिलाई इस्पात संयंत्र को इस सम्मान के साथ इस्पात उद्योग में एचआर प्रबंधन के उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। वर्ष 2024 के चैथे चक्र के तहत, गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स सचिवालय, इंस्टीट्यूट अॉफ डायरेक्टर्स, इंडिया ने देशभर के सार्वजनिक, निजी और सरकारी बड़े एवं एसएमई उद्यमों से आवेदन आमंत्रित किए थे। इस वर्ष, गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स में विशेष रूप से कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर), मानव संसाधन (एचआर) उत्कृष्टता और नवाचार प्रबंधन इनोवेशन मैनजमेंट के क्षेत्रों में उत्कृष्टता को मान्यता दी गई। इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन संगठनों को सम्मानित करना था जिन्होंने इन क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त की है। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के अंतर्गत विभिन्न श्रेणियों में आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें वैश्विक पुरस्कार - गोल्डन पीकॉक ग्लोबल अवार्ड फॉर कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (जीपीजीएसीएसआर) तथा एक राष्ट्रीय पुरस्कार - गोल्डन पीकॉक अवार्ड फॉर कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (जीपीएसीएसआर), गोल्डन पीकॉक एचआर एक्सीलेंस अवार्ड (जीपीएचआरईए) और गोल्डन पीकॉक इनोवेशन मैनजमेंट अवार्ड (जीपीआईएमए) प्रमुख थे। इस वर्ष, सचिवालय को गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स के लिए 441 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 172 आवेदन 3-स्तरीय मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद शॉर्टलिस्ट किए गए। इस प्रक्रिया में आवेदन की गुणवत्ता, स्थिरता, पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए समर्पित मूल्यांकन समूहों द्वारा गहन समीक्षा और विश्लेषण किया गया। उन्हें ही अंतिम रूप से चुना गया जिन्होंने उत्कृष्टता और विश्वस्तरीय गुणवत्ता मानकों को बनाए रखा। कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी, मानव संसाधन प्रबंधन और नवाचार प्रबंधन के क्षेत्रों के विशेषज्ञों की एक मूल्यांकन समिति का गठन आवेदनों की गहन समीक्षा हेतु किया गया। प्रत्येक आवेदन का स्वतंत्र रूप से मूल्यांकन किया गया, जिसमें विशेषज्ञों ने प्रस्तुतियों का विस्तृत विश्लेषण किया। इसके पश्चात, चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता, स्थिरता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए समिति द्वारा सहकर्मी समीक्षा की गई। इस समग्र प्रक्रिया ने गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स के उच्च मानकों को बनाए रखते हुए कॉर्पोरेट प्रथाओं में उत्कृष्टता को पहचानने पर जोर दिया। स्व-मूल्यांकन मापदंडों के आधार पर प्रस्तुत आवेदनों का मूल्यांकन कुल 1000 अंकों में किया गया। अंतिम चयन के लिए 80 प्रतिशत का कट-अॉफ निर्धारित किया गया, ताकि केवल उच्चतम गुणवत्ता वाले आवेदन ही पुरस्कारों के लिए योग्य माने जाएं। शॉर्टलिस्ट किए गए आवेदकों में से, प्रत्येक संबंधित व्यावसायिक क्षेत्र में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले संगठन को जूरी के अंतिम निर्णय के लिए सिफारिश की गई। इस प्रतिष्ठित जूरी की अध्यक्षता न्यायमूर्ति यू यू ललित, पूर्व मुख्य न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय ने की। इन प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद ही भिलाई इस्पात संयंत्र को मानव संसाधन के क्षेत्र में (इस्पात उद्योग क्षेत्र) गोल्डन पीकॉक अवार्ड 2024 के लिए विजेता के रूप में चुना गया। ईएमएस / 17 जनवरी 2025