राष्ट्रीय
15-Jan-2025


मुंबई, (ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को मुंबई दौरे पर आए थे। अपनी यात्रा के दौरान नौसेना डॉकयार्ड में तीन प्रमुख नौसेना युद्धपोतों आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरि और आईएनएस वाघशीर को उन्होंने राष्ट्र को समर्पित किया। इसके बाद नवी मुंबई के खारघर में इस्कॉन मंदिर का भी उन्होंने उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने महायुति विधायकों की बैठक ली। अजित पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के 10 विधायक इस बैठक से अनुपस्थित रहे। अब राजनीतिक गलियारे में विधायकों की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बना है। प्रधानमंत्री आपको बता दें कि नरेन्द्र मोदी ने महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया। इसके बाद अब वे दूसरी बार मुंबई आए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में तीनों युद्धपोतों को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद महायुति में तीनों दलों के विधायकों के साथ बैठक की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार उपस्थित थे। बैठक में नरेन्द्र मोदी ने सभी विधायकों को विकास का संदेश दिया। लेकिन एनसीपी विधायक दिलीप वलसे पाटिल, छगन भुजबल, सरोज अहिरे, राजू नवघरे, धनंजय मुंडे, प्रकाश सोलंके और इदरीस नाईकवडी समेत 10 विधायक इस बैठक में मौजूद नहीं थे। - पीएम मोदी ने क्या कहा? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में विधायकों से क्या कहा? शिवसेना विधायक दीपक केसरकर ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, आपको राजनीतिक जीवन में किस तरह काम करना चाहिए और लोगों की समस्याओं का समाधान किस तरह करना चाहिए? इस पर मार्गदर्शन किया और अपने अनुभव साझा किये। उन्होंने बैठक में कोई कठोर शब्द नहीं बोले। उन्होंने सभी को ज्ञान दिया। उनके साथ गहन चर्चा हुई। केसरकर ने कहा कि उन्होंने विपक्ष के बारे में कुछ नहीं कहा। - वह विधायक क्यों नहीं आये? एनसीपी के दस विधायक बैठक में क्यों नहीं आये? इस मुद्दे पर बोलते हुए दीपक केसरकर ने कहा कि, अभी कौन आया या नहीं आया, इस पर बात करना उचित नहीं है, और उन्होंने इस मुद्दे पर बात करने से परहेज किया। लेकिन एनसीपी के दस विधायक बैठक में क्यों नहीं आये? छगन भुजबल जैसे वरिष्ठ विधायक क्यों नहीं आये? इसकी चर्चा शुरू हो गई है। संजय/संतोष झा- १५ जनवरी/२०२५/ईएमएस