राज्य
15-Jan-2025
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कहा - करोड़ों की भूमि को कौडिय़ों के भाव में खरीदा भोपाल (ईएमएस)। मप्र समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री और विजयराघवगढ़ से वर्तमान भाजपा विधायक संजय पाठक पर सहारा ग्रुप की जमीन की धांधली करने का आरोप लगाया है। सपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज सिंह यादव ने आरोप लगाया कि विधायक पाठक ने करीब 900 करोड़ रुपए कीमत की जमीन नियम के विरुद्ध मिट्टी के मोल में खरीदा है। सपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज सिंह यादव ने संजय पाठक, सरकार और सहारा ग्रुप पर मिली भगत कर धांधली करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि भोपाल, जबलपुर, कटनी समेत प्रदेश के कई जिलों में खरीदी-बिक्री में घोटाला हुआ है। यह जमीन बेचकर इसके पैसे सहारा के निवेशकों को मिलने थे। उच्च स्तरीय जांच की मांग सपा ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। जांच न होने पर कोर्ट जाने की भी बात कही है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव यह मामला लोकसभा से लेकर राज्यसभा में उठाएंगे। सपा ने कहा कि सहारा ने आम जनता से राशि इकठ्ठा कर देश के विभिन्न शहरों में सहारा सिटी बनाने के उद्देश्य से बड़ी संख्या में जमीनें खरीदी थी। इसके बाद सेबी और सुप्रीम कोर्ट ने कंपनी को आम निवेशकों की राशि ब्याज सहित वापस करने के लिए निर्देश दिए। सहारा ने 125 करोड़ बताई 110 एकड़ की जमीन इस अनुक्रम में साल 2014 में सहारा कंपनी के अधिवक्ता ने सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट पेश कर देश के नौ शहरों की अपनी संपत्तियों को बेचने की कोर्ट से अनुमति मांगी, जिसे बेच कर उससे मिलने वाली रकम से आम निवेशकों का पैसा वापस कर सकें। सुप्रीम कोर्ट में पेश सूची में सहारा कंपनी की भोपाल के मक्सी स्थित 110 एकड़ जमीन की कीमत 125 करोड़ रुपए बताई गई। सपा ने आरोप लगाया कि संजय पाठक जैसे लोगों ने अपने निजी लाभ के लिये उपयोग करना शुरू कर दिया, जिसका उदहारण यह है कि भोपाल के मक्सी स्थित सहारा की लगभग 110 एकड़ जमीन जिसकी कीमत खुद संहारा ने साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट में 125 करोड़ रुपए बताई थी। वही 110 एकड़ जमीन को सहारा के अधिकारियों ने संजय पाठक से मिलीभगत कर अवैध लाभ लेकर साल 2022 में मात्र लगभग 48 करोड़ रूपये में विक्रय कर दिया गया। नामांतरण पाठक के परिवार की कंपनी के नाम पर कैसे सपा ने सवाल किया कि जब सुप्रीम कोर्ट से स्पष्ट आदेश लिए गए थे कि विक्री मूल्य जमा करने पर ही सेबी की ओर से क्रेताओं के पक्ष में जारी किए जाएंगे, तो सेबी ने भोपाल की जमीन के स्वामित्व विलेख संजय पाठक के परिवार को कंपनी मेसर्स सिनाप रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को कैसे जारी कर दिए गए ? अगर जारी नहीं किए गए हैं तो भोपाल की सहारा कंपनी की जमीन का नामान्तरण कैसे संजय पाठक के परिवार की कंपनी मेसर्स सिनाप रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर हो गया? सपा ने आगे आरोप लगाया कि सहारा की जबलपुर जिले की लगभग 100 एकड़ जमीन साल 2023 में मात्र लगभग 20 करोड़ रूपये में संजय पाठक के परविार की कंपनी मेसर्स नायसा देवबिल्ड प्राइवेट लिमिटेड ने खरीदी, जिसकी कीमत उस समय लगभग 200 करोड रूपए थी। नीलामी में 1 हजार करोड़ में बिकती सपा ने आगे कहा कि विचारणीय प्रश्न यह है कि सहारा कंपनी के अधिकारियों ने जमीनों को अवैध लाभ लेकर चोरी छिपे मात्र 90 करोड़ रुपए में संजय पाठक के परिवार की कंपनियों को बेच दिया गया है। जबकि सहारा की जमीनों को अगर नीलामी कर बेचा जाता तो वास्तविक कीमत लगभग 1000 करोड़ रुपए कंपनी को मिलती जो आम निवेशकों को मिलते। सपा ने आरोप लगाया कि 45 लाख रुपए प्रति एकड़ की दर से भाजपा विधायक संजय पाठक ने सहारा की भोपाल स्थित बेशकीमती 110 एकड़ जमीन हथिया ली है। साथ ही इनकम टैक्स अधिकारियों पर भी आरोप लगाया। मनोज सिंह यादव ने आगे कहा कि भोपाल में हुई इन्कम टैक्स की रेड में सहारा की जनीन के विक्रय के कागज मिले हैं, जिसका कई मीडिया संस्थानों ने दावा किया। लेकिन ढ्ढञ्ज के अधिकारियों ने सहारा की जमीन घोटाले के संबंध में 20 दिन बाद भी कोई जांच क्यों नहीं की, यह जांध का विषय है। ऐसा मालूम हो रहा है कि इन्कम टैक्स विभाग का कोई अधिकारी सेलेक्टिव खबरें लीक कर किसी को लाभ पंहुचाने की कोशिश कर रहा है। केन्द्रीय जांच एजेंसियों को ऐसे इन्कम टैक्स अधिकारियों का संज्ञान लेना चाहिए जो सहारा के जमीन घोटालेबाजों को बचा रहे हैं।