राष्ट्रीय
15-Jan-2025


पीएम के पूर्व प्रधान सचिव मिश्रा को बनाया कार्यकारी परिषद का अध्यक्ष नई दिल्ली,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (पीएमएमएल) की सोसायटी और कार्यकारी परिषद का पुनर्गठन कर दिया गया है, जिसमें कई नए सदस्य शामिल किए गए हैं। प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा को कार्यकारी परिषद का अध्यक्ष बनाया है। इस बार कई प्रमुख नाम पीएमएमएल की सोसायटी में शामिल हुए हैं। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव कुमार, सेवानिवृत्त जनरल सैयद अता हसनैन, फिल्म निर्माता शेखर कपूर और संस्कार भारती के वासुदेव कामत को शामिल किया गया है। ये लोग संस्था में अपनी विविध अनुभव और विशेषज्ञता लेकर आएंगे, जो पीएमएमएल के विकास को एक नई दिशा देंगे। पीएम नरेंद्र मोदी सोसायटी के अध्यक्ष और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उपाध्यक्ष बने रहेंगे। सोसायटी के सदस्यों की संख्या 29 से बढ़ 34 हो गई है। यह विस्तार संस्कृति मंत्रालय द्वारा जारी पुनर्गठन आदेश के तहत किया गया है। नई सोसायटी और परिषद का कार्यकाल पांच साल का होगा। कुछ पुराने सदस्यों को हटा दिया गया है। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष एम. जगदीश कुमार, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय और पत्रकार रजत शर्मा के नाम शामिल हैं। खास बात यह है कि पीएमएमएल की सोसायटी में अब राष्ट्रीय विकास में योगदान देने वाले कई अहम व्यक्तित्व शामिल किए गए हैं। इनमें प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल और शिक्षाविद् चामू कृष्ण शास्त्री को शामिल किया गया है। इसके अलावा, पुरातत्वविद् केके मोहम्मद, जो 1976 में बाबरी मस्जिद के उत्खनन दल का हिस्सा थे और राष्ट्रीय संग्रहालय के वर्तमान प्रमुख बीआर मणि भी सोसायटी में शामिल किए गए हैं। 2023 में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर पीएमएमएल करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने पहले भारतीय प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव रखा था और 2022 में इसका उद्घाटन किया गया। इस संग्रहालय का उद्देश्य देश के नेतृत्व की विरासत को संरक्षित करना और उसे प्रस्तुत करना है। सिराज/ईएमएस 15जनवरी25 --------------------------------