अंतर्राष्ट्रीय
15-Jan-2025
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केपटाउन(ईएमएस)। दक्षिण अफ्रीका की एक सोने की खदान में सैकड़ों मजदूरों के फंसे होने की खबर सामने आने के बाद सनसनी फैल गई है। पुलिस का कहना है कि कुछ मजदूर बाहर आ सकते हैं लेकिन गिरफ्तार होने के डर से वे ऐसा करने से मना कर रहे हैं। हालांकि माइनर्स समूह का कहना है कि मजदूर देश की सबसे गहरी खदानों में से एक में सतह से 2.5 किलोमीटर नीचे फंसे हुए हैं और उन्हें बाहर निकालने की कोशिश ठीक से नहीं की जा रही है। उनके मुताबिक बचाव अभियान महीनों पहले शुरू हो जाना चाहिए था। जानकारी के मुताबिक लंबे समय से बंद पड़े इस खदान में अवैध रूप से खनन का कार्य चल रहा जहां यह दुर्घटना हुई है। माइनर्स के एक समूह के मुताबिक इस खदान में अब तक 100 से ज्यादा मजदूरों की भूख से तड़प-तड़प कर मौत गई है। वहीं 500 से ज्यादा मजदूर अब भी फंसे हुए हैं। खबर सामने आने के बाद दक्षिण अफ्रीका के अधिकारियों की कड़ी आलोचना हो रही है। बफेल्सफोंटेन गोल्ड नाम की इस माइन में अधिकारियों ने नवंबर में अवैध रूप से खनन कर रहे लोगों को बाहर निकालने के लिए एक अभियान शुरू किया था। गौरतलब है कि सोने से समृद्ध दक्षिण अफ्रीका के कुछ हिस्सों में अवैध खनन आम बात है। यहां कंपनियां उन खदानों को बंद कर देती हैं जिनसे उन्हें मुनाफा मिलना बंद हो जाता है। इसके बाद यहां इलीगल माइनर्स कब्जा कर लेते हैं। जहां बड़ी कंपनियां खदान के अंदर जाने वाले मजदूरों के लिए महीनों तक का भोजन, पानी, जनरेटर और अन्य उपकरण मुहैया कराते हैं, वहीं मजदूर इसके लिए सतह पर मौजूद दूसरे लोगों पर निर्भर रहते हैं। वीरेंद्र/ईएमएस/15जनवरी2025