मुम्बई (ईएमएस)। विश्व क्रिकेट में एक से बढ़कर एक बल्लेबाज हुए हैं। जिसमें ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमेन, भारत के सचिन तेंदुलकर , वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा , पाकिस्तान के जहीर अब्बास सहित कई अन्य दिग्गज भी हैं पर इनमें से कोई भी ऐसा नहीं है जो पहले करियर में शून्य पर आउट न हुआ हो। विश्व क्रिकेट में केवल दक्षिण अफ्रीका के कैप्लर वेसल्स ही एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जो कभी भी अपने करियर में शून्य पर आउट नहीं हुए जबकि उन्होंने दो देशों से खेला। कैप्लर वेसल्स ने 11 साल के अपने करियर में 109 मैच खेले पर कभी भी शून्य पर आउट नहीं हुए। वेसल्स ने दक्षिण अफ्रीका पर प्रतिबंध के दौर में ऑस्ट्रेलिया की ओर से 1983 में पहला एकदिवसीय मैच खेला। वह साल 1983 से 1985 तक ऑस्ट्रेलिया की टीम से खेलते रहे। वहीं साल 1985 में उन्हें बाहर कर दिया गया। इसके कुछ साल बाद दक्षिण अफ्रीका पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया जिसके बाद वह स्वदेश लौट गये। वेसल्स ने 1991 से दक्षिण अफ्रीका की ओर से खेलना शुरु किया। साल 1994 में जब उन्होंने संन्यास लिया तब तक उन्होंने 109 एकदिवसीय मैचों की 105 पारियों में 34.35 की औसत से 3367 रन बनाए थे। इसमें एक शतक और 26 अर्धशतक शामिल थे पर वह एक बार भी खाता खोल बिना पेवेलियन नहीं लौटे। वेसल्स के अलावा आज विश्व में एक भी ऐसा बैटर नहीं है, जिसने एकदिवसीय मैचों में बिना 0 पर आउट हुए 2000 रन बनाए हो। वहीं न्यूजीलैंड के डेरिल मिचेल ने 0 पर आउट हुए बिना 42 एकदिवसीय मैचों की 37 पारियों में 1651 रन बनाये थे। अब देखना है कि मिचेल वेसल्स का रिकॉर्ड तोड़ पाते हैं या नहीं। गिरजा/ईएमएस 15 जनवरी 2025