नई दिल्ली (ईएमएस)। सर्दी के मौसम में हार्ट अटैक के लिए गंदा कोलेस्ट्रॉल ही जिम्मेदार होता है। ठंड में हार्ट से संबंधित परेशानियां अधिक देखी जाती हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है कोलेस्ट्रॉल लेवल का तेजी से बढ़ना। कोलेस्ट्रॉल एलडीएल और एचडीएल दो तरह के होते हैं। जब कोलेस्ट्रॉल हाई हो जाता है तो यह चिपचिपा पदार्थ खून में गंदगी की तरह बढ़ने लगता है। खून में मोम की तरह चिपचिपा कोलेस्ट्रॉल बहने से धमनियों में जगह कम हो जाती है और खून को हार्ट तक पहुंचने में दिक्कत होने लगती है। जब हार्ट में खून नहीं पहुंचता है तब हार्ट अटैक, स्ट्रोक यहां तक कि हार्ट फेल्योर का जोखिम भी बढ़ जाता है। दिलचस्प बात यह है शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लिए हम खुद ही जिम्मेदार होते हैं। अब सवाल है कि आखिर सर्दियों में कोलेस्ट्रॉल लेवल अधिक क्यों बढ़ता है? बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कैसे रखें कंट्रोल? सर्दियों में कोलेस्ट्रॉल लेवल एक रिपोर्ट के मुताबिक, सर्दियों में ब्लड वेसल संकुचित हो जाती हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। ब्लड प्रेशर बढ़ता है और हार्ट पर दबाव बढ़ता है। ऐसी स्थिति में यदि हाई कोलेस्ट्रॉल वाली डाइट न ली जाए तो ये हार्ट पर अधिक दबाव डालेगा। ऐसी स्थिति में सर्दियों में हार्ट स्ट्रोक, हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। हमारा गलत खान-पान हाई कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देता है। सर्दियों में हम तली-भुनी चीजें, सैचुरेटेड और ट्रांस फैट वाली अनहेल्दी चीजों का सेवन ज्यादा करने लगते हैं। पैकेटबंद चीजों में ट्रांस फैट होता है। वहीं रेड मीट, डेयरी प्रोडक्टस में सैचुरेटेड फैट पाया जाता है। इन गलतियों के कारण शरीर में गंदा कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है। सुदामा/ईएमएस 15 जनवरी 2025