मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज पिछले काफी समय से खराब फार्म से जूझ रहे हैं। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में वह रन नहीं बना पाये। जिसके बाद से ही वह सबके निशाने पर हैं। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में जिस प्रकार वह एक ही तरीके से आउट हुए उससे प्रशंसकों में बेहद निराश है। अब प्रशंसकों को उम्मीद है कि आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी से वह अपना खोया फार्म हासिल कर सकते हैं। इसका कारण है कि विराट आईसीसी टूर्नामेंटों में हमेशा सफल रहे हैं और उन्होंने जमकर रन बनाये हैं। इसमें 2023 एकदिवसीय विश्वकप हो या 2024 टी20 विश्व कप सभी में उनका बल्ला जमकर चला। विराट ने 2008 में एकदिवसीय और 2011 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया। इसके बाद 2019 तक वह जमकर रन बनाते रहे। केवल 2020 में पहली बार उनका औसत 40 से कम हुआ। वहीं 2020 में कोहली 3 टेस्ट मैच में 19.33 के औसत से सिर्फ 74 रन बना सके। विराट ने इसके बाद 2021 में 28.21 के औसत से 536 रन बनाये। वहीं साल 2022 में 265 रन निकले। इसके बाद 2023 में कोहली ने वापसी करते हुए 55.91 के औसत से 671 रन बनाये पर इस साल की शुरुआत से ही वह लगातार विफल होते रहे हैं। इस साल वे 24.52 के औसत से सिर्फ 417 रन बना पाते हैं। इसमें अगर एक शतक को हटा दें तो उनका आंकड़ा और भी खराब नजर आयेगा। कोहली ने एकदिवीसय मैचों में 2020 और 2021 में 40 से अधिक की औसत से रन बनाए। लेकिन 2022 का साल एकदिवसीय में भी कोहली के लिए बुरा साबित हुआ। इस साल वे 11 एकदिवसीय में 27.45.के औसत से सिर्फ 302 रन बना पाते हैं। विराट 2023 में अच्छी वापसी करते हुए टेस्ट और एकदिवसीय में भी जमकर रन बनाते हैं। इसी साल उन्होंने विश्व कप में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। कोहली ने 2023 में 27 एकदिवसीय मैचों में 72.47 की औसत से 1377 रन बनाए। उन्होंने पिछले साल टी20 विश्वकप के फाइनल में भी शानदार अर्धशतकीय पारी खेली थी। गिरजा/ईएमएस 15 जनवरी 2025