-आज मौसम से जुड़ी सारी अपडेट वॉट्सएप पर मिल जाती -आईएमडी के 150वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में विजन- 2047 डॉक्यूमेंट जोरी नई दिल्ली (ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के 150वें स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर पीएम मोदी ने आईएमडी के विकास, उसके महत्व और चुनौतियों के बारे में बात की। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने क्लाइमेट चेंज के लिए आईएमडी विजन-2047 डॉक्यूमेंट भी जारी किया जो आधुनिक मौसम मैनेजमेंट सिस्टम को लागू करने के लिए मददगार होगा। इस डॉक्युमेंट में मौसम के पूर्वानुमान का प्रोसेस, कृषि, आपदा प्रबंधन और उद्योगों के लिए समाधान और जलवायु परिवर्तन को कम करने की योजना का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है। पीएम मोदी ने कहा, आज हम लोगों ने इतनी तरक्की कर ली हैं कि मौसम से जुड़ी सारी अपडेट वॉट्सएप पर मिल जाती है। बीते 10 सालों में कई साइक्लोन आए लेकिन हमारी सरकार ने जनहानि को जीरो या सबसे कम करके दिखाया। पिछली सरकारों में जब ऐसी प्राकृतिक आपदाओं में हजारों जानें जाती थीं, तब नियति कहकर टाल दिया जाता था। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सोमवार को मैं सोनमर्ग में था, वहां का प्रोग्राम पहले बनाया गया था लेकिन मौसम विभाग ने बताया कि 13 जनवरी को प्रोग्राम बनाइए। मैं वहां कल दिन में था। एक बार भी बादल नहीं आए। मौसम विभाग की सूचना के कारण मैं आसानी से कार्यक्रम पूरा करके लौटा। कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित कर पीएम मोदी ने कहा कि किसी भी देश के वैज्ञानिक संस्थानों की प्रगति साइंस के प्रति उसकी जागरूकता को दिखाती है। वैज्ञानिक संस्थाओं में रिसर्च और इनोवेशन नए भारत के टेंपरामेंट का हिस्सा है। इसलिए पिछले 10 सालों में आईएमडी के इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी में विस्तार हुआ है। ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन, रनवे वेदर मॉनिटरिंग सिस्टम, जिलों के अनुसार रेनफॉल मॉनिटराइजेशन इसतरह के अनेक आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर जोड़े गए हैं। इतना ही नहीं हर परिस्थिति के लिए तैयार मौसम विज्ञान को भारत की स्पेस और डिजिटल तकनीकी का फायदा मिल रहा है। आज देश के पास अंटार्कटिका में मैत्रेयी और भारती नाम के दो मेट्रोलॉजिकल ऑब्जर्वेटरी हैं। पिछले साल अर्थ और अरुणिका नाम के सुपर कंप्यूटर शुरू किए गए हैं। इससे मौसम विभाग की विश्वसनीयता पहले से ज्यादा बढ़ी है। भविष्य में भारत मौसम की हर परिस्थिति के लिए तैयार रहे। आज हम भारतीय मौसम विभाग के 150 साल उत्सव मना रहे हैं। ये 150 साल केवल भारतीय मौसम विभाग की यात्रा ही नहीं है। यह हमारे भारत के साइंस और टेक्नोलॉजी के विकास की भी यात्रा है। आईएमडी ने करोड़ों भारतीयों की सेवा की है। 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा तब भारतीय मौसम विभाग का स्वरूप क्या होगा, इसके लिए विजन डॉक्यूमेंट भी जारी किया गया है। सभी देशवासियों को इस गौरवपूर्ण अवसर के लिए शुभकामनाएं। पीएम मोदी ने कहा, मौसम से जुड़ी भविष्यवाणी सीधे वॉट्सएप पर पहुंच जाती हैं। हमारी सरकार ने मेघदूत मोबाइल एप बनाया। जहां देश की सभी स्थानीय भाषा में जानकारी मिलती है। 10 साल पहले देश के सिर्फ 10 प्रतिशत किसानों और पशुपालकों को मौसम से जुड़ी जानकारी मिलती थी। आज ये संख्या 50 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है। यहां तक की बिजली गिरने की जानकारी मोबाइल पर मिलती है। आशीष दुबे / 14 जनवरी 2025