भोपाल(ईएमएस)। स्टेशन बजरिया थाना क्षेत्र में रहने वाले एक अधेड़ ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतक का एक बेटा मानसिक रुप से बीमार है, जिसके कारण परिवार वालो ने उसके अलग रहने के लिये पास में ही एक कमरा किराये पर लिया था, इसी कमरे पर उन्होनें फांसी लगा ली। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सांईराम कॉलोनी चांदबढ़ में रहने वाले 50 वर्षीय प्रताप सिंह दांगी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। परिवार वाले उन्हें फंदे से उतारकर इलाज के लिये हमीदिया अस्पताल लेकर पहुचे थे। वहां डॉक्टर ने चेक करने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से मिली सूचना पर पहुंची पुलिस को परिवार वालो ने बताया कि परिवार में प्रताप के साथ ही उनकी पत्नि सहित दो बेटे और बड़ी बहू साथ रहती है। प्रताप पूर्व में गोविंदपुरा क्षेत्र में स्थित एक गुटखा कंपनी फैक्ट्री में नौकरी करते थे। लेकिन बीते काफी महीनो से वह कोई काम नहीं कर रहे थे। उनके छोटे बेटे विक्रम सिंह मानसिक रुप से बीमार चल रहा है। परिवार वाले उसका मनौचिकित्सक के पास इलाज करा रहे है। लेकिन मानसिक संतुलन ठीक न होने के कारण विक्रम किसी भी बात को लेकर कभी भी बेहद उग्र होकर परिवार वालो को परेशान करने लगता था। उसकी बीमारी के कारण प्रताप सिंह उसे परिवार से अधिकतर समय दूर रखना चाहते थे। इसी लिये उन्होनें डेढ़ महीने पहले कॉलोनी में ही एक मकान किराए पर ले लिया था। परिवार वालो के साथ खाना-खाने के बाद वह बेटे विक्रम को लेकर किराए के मकान में चले जाते और अधिकतर समय बेटे के साथ वहीं रहते थे। शुक्रवार रात भी विक्रम को लेकर प्रताप सिंह किराए के मकान पर चले गये। थोड़ी देर बाद विक्रम घर के बाहर चला गया तब प्रताप ने अंदर से दरवाजा लगातर फांसी लगा ली। बाद में विक्रम ने दरवाजा खुलवाने के लिये आवाज लगाई, लेकिन पिता ने कोई जवाब नहीं दिया तब उसने खिड़की से झांककर देखा तो उसे पिता का शरीर फांसी पर लटका नजर आया। उससे जानकारी मिलने पर परिजन वहॉ पहुंचे और जैसे-तैसे भीतर जाकर प्रताप सिंह को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे थे। पुलिस का कहना है कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शुरुआती जॉच में परिवार वालो से बातचीत के आधार पर पुलिस का अनुमान है कि बेटे की बीमारी के कारण ही मानसिक रुप से परेशान होकर उन्होनें यह कदम उठाया होगा। फिलहाल पुलिस आगे की जॉच कर रही है। जुनेद / 12 जनवरी