राज्य
12-Jan-2025
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भोपाल(ईएमएस)।एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में, कार्डियोथोरैसिक और वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) विभाग ने एक गंभीर सड़क दुर्घटना में चोटिल 30 वर्षीय पुरुष रोगी पर एक जटिल जीवन रक्षक एंडोवैस्कुलर एओर्टिक रिपेयर किया। सर्जरी कैथ लैब को हाइब्रिड ऑपरेटिंग रूम के रूप में उपयोग करते हुए की गई, जहाँ हृदय शल्य चिकित्सकों और हृदय रोग विशेषज्ञों ने मिलकर कार्य किया, जिससे रोगी को उन्नत देखभाल प्राप्त हुई। मरीज का शुरुआती इलाज किसी निजी अस्पताल में किया गया और फिर आगे के उपचार के लिए एम्स भोपाल रेफर किया गया। एम्स भोपाल में मरीज की जांच सीटीवीएस टीम द्वारा की गई और आगे के इलाज के लिए भर्ती किया गया। मरीज में एओर्टिक आर्क(महाधमनी) के ट्रॉमेटिक स्यूडोएन्यूरिज्म(महाधमनी दोष) का पहचान किया गया, जो एक जानलेवा स्थिति है और जिसमें तत्काल ओपन हार्ट सर्जरी की आवश्यकता होती है। मरीज को सीटीवीएस आईसीयू में शिफ्ट किया गया और हाइब्रिड कैथ लैब में एंडोवैस्कुलर एओर्टिक रिपेयर से पहले व्यापक प्री-ऑपरेटिव मूल्यांकन किया गया। हृदय शल्य चिकित्सक और हृदयरोग विशेषज्ञों की टीम हाइब्रिड ऑपरेशन कक्ष की संकल्पना के अंतर्गत कार्यरत थी, और किसी भी जटिलता की स्थिति में ओपन हार्ट सर्जरी के लिए पूर्णतः तैयार थी। साथ ही, टीम ने सूक्ष्म विधि से एंडोवैस्कुलर महाधमनी रिपेयर द्वारा महाधमनी दोष(ट्रॉमेटिक स्यूडोएन्यूरिज्म) का सफल उपचार किया। सर्जरी सफल रही, और मरीज बिना किसी जटिलता के ठीक हो रहा है। सर्जरी का नेतृत्व कार्डियोथोरैसिक विभाग के प्रमुख डॉ. योगेश निवारिया ने डॉ. एम. किशन, डॉ. सुरेंद्र यादव, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. विक्रम वट्टी, और डॉ. आदित्य सिरोही के साथ किया। कार्डियोलॉजी टीम में डॉ. भूषण शाह, डॉ. आशीष जैन और डॉ. सुदेश प्रजापति शामिल थे। एनेस्थीसिया सहायता डॉ. नागभूषणम और डॉ. प्रतीक द्वारा प्रदान की गई। शल्य चिकित्सा टीम में परफ्यूजनिस्ट सुश्री सुष्मा और वेदांत के साथ-साथ नर्सिंग टीम से ललित और सुश्री पल्लवी भी शामिल थे। हृदय रोग तकनीशियन, संजय और राहुल भी इस शल्य क्रिया का हिस्सा थे। एम्स भोपाल हाइब्रिड कार्डियक ऑपरेशन थिएटर के अंतर्गत अत्याधुनिक देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए डॉ. विक्रम वट्टी ने हाल ही में मद्रास मेडिकल मिशन, चेन्नई और अन्य संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। प्रो. सिंह ने बहु-विषयक टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, यह सफल सर्जरी हाइब्रिड कार्डियक ऑपरेशन थियेटर के माध्यम से अत्याधुनिक देखभाल प्रदान करने में एम्स भोपाल की उन्नत क्षमताओं को उजागर करती है। ऐसी तकनीकी प्रगति हमें अधिक सटीकता और बेहतर रोगी परिणामों के साथ जीवन रक्षक हस्तक्षेप प्रदान करने में सक्षम बनाती है। हरि प्रसाद पाल / 12 जनवरी, 2025