इस कारण दादी इंदिरा से की जाती है तुलना नई दिल्ली,(ईएमएस)। कांग्रेस की महासचिव एवं वायनाड सांसद प्रियंका गांधी आज यानी की 12 जनवरी को अपना 53वां जन्मदिन मना रही हैं। ठोस निर्णय लेने और संकट के समय में डटकर खड़े रहने के कारण प्रियंका को नई आयरन लेडी का खिताब दिया जाने लगा है। प्रियंका गांधी में आयरन लेडी का अक्स देखने वालों का कहना है कि उनमें किसी भी समय ठोस निर्णय लेने की अद्भुद क्षमता है। प्रियंका मौजूदा वक्त में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव और वायनाड से सांसद हैं। इस राजनीतिक सफर की शुरुआत तो शायद उसी समय हो गई थी जबकि प्रियंका ने 16 साल की उम्र में अपना पहला भाषण दिया था। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि उन्हें अपनी दादी इंदिरा गांधी, पिता राजीव गांधी और मां सोनिया गांधी से सियासत विरासत में मिली। प्रियंका गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी से सीखा कि किस तरह से जनता से जुड़ा जाता है। प्रियंका में एक खास बात यह भी है कि वो अपनी दादी की हूबहू कॉपी ही नहीं हैं, बल्कि उनहोंने उनसे राजनीतिक कूटनीति के दांव-पैंच भी खूब सीखें हैं। राजनीति करते हुए भी स्पष्ट और सच बोलने की क्षमता उन्हें अपनी दादी की ही तरह सियासी गलियारे में मजबूती प्रदान करती है। यही वजह है कि जब भी कांग्रेस पार्टी पर राजनीतिक संकट गहराने लगता है, प्रियंका गांधी सामने आती नजर आती हैं। वो हर संकट के समय और हर मोर्चे पर अडिग खड़ी नजर आती हैं। प्रियंका गांधी हर एक सियासी मुद्दे को सुलझाने का माद्दा भी रखती हैं। ऐसी अनेक खूबियों की मालिक नई आयरन लेडी प्रियंका गांधी का जन्म 12 जनवरी 1972 को हुआ था। आज वो अपना 53वां जन्मदिन मना रहीं हैं और उनके परिवार समेत पार्टी और तमाम शुभचिंतक शुभकामनाएं दे रहे हैं। हिदायत/ईएमएस 12जनवरी25