राष्ट्रीय
12-Jan-2025
...


-सांसद पप्पू यादव ने बंद का समर्थन करने विपक्षी पार्टियों को किया आमंत्रित पटना,(ईएमएस)। बिहार से पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने बीपीएससी 70वीं पीटी की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर रविवार को बिहार बंद का रखा गया। पटना, मधेपुरा और कटिहार में इसका असर दिखा। छात्र युवा शक्ति संगठन के सदस्य बीपीएससी की दोबारा परीक्षा को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। पप्पू यादव भी बिहार बंद को समर्थन दे रहे हैं और इसे सफल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इधर छात्र युवा शक्ति के बैनर तले शहीद चौक पर जुटे संमर्थकों ने सड़क जाम कर दी। पप्पू यादव ने बंद का समर्थन करने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि बिहार बंद में अगर तेजस्वी यादव शामिल होते हैं तो उनके नेतृत्व में हम चलने को तैयार हैं। बिहार में बीपीएससी परीक्षा की कथित अनियमितताओं को लेकर छात्रों का आंदोलन दिन ब दिन जोर पकड़ता ही रहा है। बिहार के पटना में रविवार को बीपीएससी री- एग्जाम और बहाली परीक्षाओं में गड़बड़ी की जांच को लेकर छात्रों का प्रदर्शन जारी है। पटना में जगह-जगह पर बीच सड़क पर छात्र आगजनी कर यातायात को बाधित कर रहे हैं। साथ ही छात्रों ने पटना के अशोक राजपथ पर हंगामा किया और आगजनी की। इस बंद का भीम आर्मी और औवेशी की पार्टी ने समर्थन किया है। बता दें कि बिहार में बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा विवाद के बीच 4 जनवरी को 12 हजार अभ्यर्थियों के लिए री-एग्जाम आयोजित हुआ। करीब 12 हजार अभ्यर्थियों के लिए 22 परीक्षा सेंटर पर री-एग्जाम संपन्न हुआ। अब आयोग जल्द ही प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित करने की तैयारी कर रहा है। दरअसल, 13 दिसंबर को बिहार के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा के दिन से ही अभ्यर्थी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाकर इसे रद्द करके फिर से कराने की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि पटना के बापू एग्जाम सेंटर पर छात्रों को पेपर देरी से मिला था और पेपर की सील पहले से खुली हुई थी। इससे पहले भी पटना में छात्रों के प्रदर्शन पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल ने छात्रों और उनके संगठनों के आक्रोश को और बढ़ा दिया है। छात्रों का कहना है कि सरकार उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन वे अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे। अब तक सरकार की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। छात्रों और विपक्षी दलों का कहना है कि उनकी मांगें नहीं मानी तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। सिराज/ईएमएस 12जनवरी25