अमेरिका की कई बड़ी कंपनियों ने अपनी झोली खोली वाशिंगटन (ईएमएस)। अमेरिका में 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। इस समारोह के लिए बड़े पैमाने पर फंड जुटाया जा रहा है, जिसमें अमेरिका की कई बड़ी कंपनियों ने अपनी झोली खोल दी है। विमानन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी बोइंग ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए बनाए गए फंड में 10 लाख डॉलर (लगभग 8.62 करोड़ रुपए) का योगदान दिया है। इसके साथ ही गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और अमेजन जैसी दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनियां भी इस सूची में शामिल हो गई हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, तेल उत्पादक कंपनी शेवरॉन, उबर और कार निर्माता कंपनियों फोर्ड, जनरल मोटर्स और टोयोटा ने भी 10-10 लाख डॉलर का दान दिया है। हालांकि शेवरॉन ने फंड में योगदान की राशि का खुलासा करने से इनकार कर दिया। बोइंग ने कहा कि यह परंपरा पहले से चली आ रही है और कंपनी ने पिछले तीन राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोहों में भी इसी तरह का दान दिया था। इस बार का शपथ ग्रहण समारोह खास इसलिए भी है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव में कड़ी टक्कर के बाद डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस को हराया है। शुरुआत में जो बाइडन डेमोक्रेट उम्मीदवार थे, लेकिन चुनाव से कुछ समय पहले कमला हैरिस को मैदान में उतारा गया। बोइंग, जो अगला राष्ट्रपति विमान एयर फोर्स वन बना रही है, उम्मीद करती है कि ये विमान अगले साल सेवा में आ जाएंगे। ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में इस प्रोजेक्ट को महंगा बताते हुए इसके अनुबंध पर दोबारा बातचीत की थी। गूगल और मेटा ने भी अपने योगदान की घोषणा की है और गूगल ने इस आयोजन की लाइव स्ट्रीमिंग का जिम्मा लिया है। यह आयोजन केवल एक राजनीतिक समारोह नहीं, बल्कि अमेरिका के उद्योग जगत के लिए भी बड़ी अहमियत रखता है। इस योगदान से कंपनियां सरकार और प्रशासन के साथ अपने संबंध मजबूत करने की कोशिश में हैं। डोनाल्ड ट्रंप का यह शपथ ग्रहण समारोह वॉशिंगटन डीसी में होगा और यह व्हाइट हाउस में उनके दूसरे कार्यकाल की शुरुआत को चिह्नित करेगा। ट्रंप के पिछले कार्यकाल में उनकी नीतियों को लेकर विवाद भी रहे, लेकिन इस बार उनकी प्राथमिकताएं और चुनौतियां काफी अलग होंगी। सतीश मोरे/11जनवरी