नई दिल्ली (ईएमएस) एक्सपर्ट्स के मुताबिक, काली किशमिश का सेवन न केवल पोषण की कमी को पूरा करता है, बल्कि महिलाओं की कई स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान भी करता है। काली किशमिश को सेहत के लिए फायदेमंद सूखे फलों में शुमार किया जाता है। खासतौर पर महिलाओं के लिए यह सुपरफूड की तरह काम करती है। काली किशमिश में आयरन और कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है, जो महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों की कमजोरी को दूर करती है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ शरीर में आयरन की कमी को भी पूरा करती है, जो पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) और एनीमिया से पीड़ित महिलाओं के लिए बेहद लाभदायक है। पीसीओएस से जुड़ी हार्मोनल असंतुलन और शुगर क्रेविंग को कम करने में भी यह कारगर है। त्वचा की सेहत के लिए भी काली किशमिश एक वरदान है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को चमकदार बनाते हैं और कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। इससे उम्र बढ़ने के लक्षण, जैसे झुर्रियां और पिंपल्स, कम होते हैं। गर्भावस्था के दौरान काली किशमिश का सेवन करने से कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है और हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है। पीरियड्स के दौरान अक्सर महिलाओं को ज्यादा ब्लीडिंग के कारण कमजोरी महसूस होती है। काली किशमिश में मौजूद आयरन शरीर में खून की कमी को पूरा करता है और एनर्जी लेवल को बनाए रखता है। यह नेचुरल शुगर और फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो लंबे समय तक भूख को नियंत्रित रखता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। महिलाओं को अपनी डाइट में काली किशमिश को शामिल करना चाहिए। यह न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि सेहत के लिए भी कई मायनों में लाभदायक है। नियमित रूप से इसका सेवन करके आप बेहतर स्वास्थ्य का आनंद ले सकती हैं। दिल की सेहत के लिए भी काली किशमिश को फायदेमंद माना जाता है। इसमें पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर हृदय रोगों के खतरे को कम करते हैं। इसे गर्म पानी में भिगोकर, दूध के साथ, या फिर सलाद और दही में मिलाकर खाया जा सकता है। सुदामा/ईएमएस 10 जनवरी 2025