09-Jan-2025
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सांसद चतुर्वेदी ने कहा- ये पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग्स है, एलन मस्क ने किया समर्थन लंदन,(ईएमएस)। ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर ने बाल यौन शोषण पर टिप्पणी करते हुए एशियाई शब्द का इस्तेमाल किया था इससे विवाद खड़ा हो गया है। स्टार्मर ने कहा कि उन्होंने क्राउन प्रोसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) के प्रमुख के रूप में ऐसे मामलों की फिर से जांच करवाई और एशियाई ग्रूमिंग गिरोह के खिलाफ पहली बार मुकदमा दायर किया। लोगों को यहां एशियाई शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति है क्योंकि इन अपराधों के पीछे केवल एक देश के लोग है। यूनाइटेड किंगडम लंबे समय से ग्रूमिंग गैंग के काले इतिहास से जूझ रहा है, जिन्होंने पिछले कुछ सालों में हजारों युवा लड़कियों का यौन शोषण किया है। कई हाई-प्रोफाइल मामलों के अपराधी पाकिस्तानी मूल के पाए गए हैं। यह बहस फिर से शुरू हो गई जब अरबपति एलन मस्क ने इस मुद्दे पर अपनी राय दी है और ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर पर युवा लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनका यौन शोषण करने वाले गिरोहों के खतरे को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया है। अब इस विवाद के केंद्र में शिवसेना (उद्धव ग्रप) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का बयान भी सामने आया है जिसका एलन मस्क ने समर्थन किया है। प्रियंका ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- ये एशियन ग्रूमिंग गैंग्स नहीं हैं, बल्कि पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग्स हैं। जिसका एलन मस्क ने समर्थन किया। प्रियंका ने अपने पोस्ट में सवाल उठाया, पूरे एशियाई समुदाय को एक देश की गलतियों का दोष क्यों दिया जाना चाहिए? ब्रिटिश विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी ने उत्तरी इंग्लैंड में बाल यौन शोषण के दशकों पुराने मामलों की नए सिरे से जांच की मांग की है। स्टार्मर ने इन मांगों को खारिज करते हुए कहा कि उनका ध्यान पहले से किए गए सात साल की जांच की सिफारिशों को लागू करने पर है। उन्होंने अपनी बात को सही ठहराते हुए कहा कि 2008 से 2013 के बीच सीपीएस के प्रमुख के रूप में उन्होंने रोचडेल में एशियन ग्रूमिंग गैंग के खिलाफ पहला मुकदमा शुरू किया था। यूके में भारतीय प्रवासी समूहों ने भी एशियन शब्द के इस्तेमाल पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि इस शब्द का इस्तेमाल दक्षिण एशियाई समुदाय के पूरे वर्ग को अपराध से जोड़ने की कोशिश है। 2024 में ग्रेटर मैनचेस्टर के मेयर एंडी बर्नहैम द्वारा कमीशन की गई एक स्वतंत्र समीक्षा में पाया गया कि रोशडेल में युवा लड़कियों का बड़े पैमाने पर शोषण किया जा रहा है। इसने 2004 से 2013 के बीच इन मामलों की उचित जांच करने में अधिकारियों की विफलता को भी उजागर किया। नौ अपराधियों को दोषी ठहराया गया, जिनमें से आठ ब्रिटिश और पाकिस्तानी पुरुष थे। बता दें ग्रूमिंग गैंग्स का मतलब उन संगठित समूहों या गिरोहों से है, जो किसी व्यक्ति, खासतौर पर बच्चों और किशोरों को यौन शोषण के लिए मानसिक और भावनात्मक रूप से फंसाते हैं। ग्रूमिंग का अर्थ है धीरे-धीरे किसी व्यक्ति को इस हद तक प्रभावित करना कि वह गिरोह के जाल में फंस जाए। इन गिरोहों का मुख्य उद्देश्य बच्चों और किशोरों का शोषण करना होता है। इनमें यौन शोषण, मानव तस्करी, और कभी-कभी नशे का उपयोग कर उन्हें गुलाम बनाने जैसे अपराध शामिल होते हैं। ग्रूमिंग गैंग्स का असर केवल पीड़ित तक सीमित नहीं रहता, बल्कि इसका प्रभाव पूरे समाज पर पड़ता है। यह बच्चों और परिवारों की सुरक्षा, सांस्कृतिक भरोसे, और कानून व्यवस्था को कमजोर करता है। सिराज/ईएमएस 09जनवरी25 ----------------------------------