मेटा ने अपना फैक्ट चेकिंग प्रोग्राम साल 2016 में शुरू किया था नई दिल्ली (ईएमएस)। फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड की पेरेंट कंपनी मेटा ने अमेरिका में अपने फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम को बंद करने की घोषणा की है। अपने इस फैसले के तहत मेटा अब अपने प्लेटफॉर्म पर किये गए पोस्ट के फैक्ट चेक के लिए किसी थर्ड पार्टी ऑर्गेनाइजेशन पर निर्भर नहीं रहेगी। इसकी जगह कंपनी यूजर द्वारा संचालित कम्युनिटी नोट्स प्रणाली को अपनाएगी, जो पहले से ही एक्स द्वारा लागू है। बता दें कि मेटा ने अपना फैक्ट चेकिंग प्रोग्राम साल 2016 में शुरू किया था। इसके तहत दुनिया के कई देशों में मेटा फेक न्यूज की पहचान करने वाले फैक्ट चेकर्स जैसे थर्ड पार्टी पर निर्भर थी। इसके बदले में मेटा उन्हें पैसे देता था। मेटा के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि उन्होंने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि थर्ड पार्टी फैक्ट चेकर्स में कई खामियां देखने को मिलीं। उन्होंने कहा कि फैक्ट चेकर्स की भी अपनी कई खामियां हैं। वह किसी एक पक्ष के प्रति अधिक झुकाव रख सकते हैं। इसकी वजह से बहुत अधिक कॉन्टेंट फैक्ट चेकिंग के लिए सामने आ जाते हैं। अब हम फैक्ट चेकिंग को कम्युनिटी मॉडल पर केंद्रित करेंगे।जकरबर्ग ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने फैक्ट चेकर्स को हटाने का फैसला राजनीतिक पूर्वाग्रह के चलते लिया। सतीश मोरे/09जनवरी ---