राज्य
08-Jan-2025
...


:: निगम के दस्तावेज ही निगम की संपति है : महापौर :: इन्दौर नगर निगम के 90 लाख से अधिक दस्तावेजों को स्केन कर सुरक्ष‍ित रखा जाएगा :: इन्दौर (ईएमएस)। नगर निगम इन्दौर के डॉक्यूमेंट के डिजिटाइलेशन कार्य का बुधवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शुभारम्भ किया गया। निगम के पुराने परिषद हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में नगर निगम कमिश्नर श‍िवम वर्मा, विधायक महेन्द्र हार्डिया, पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे, डॉ. उमाशशि शर्मा, सभापति मुन्नालाल यादव, पूर्व सभापति अजयसिंह नरूका, महापौर परिषद सदस्य राजेश उदावत, निंरजनसिंह चौहान, मनीष शर्मा मामा, सूचना व प्रौद्योगिकी समिति सदस्य सुरेश कुरवाडे, श्रीमती शिखा दुबे, गजानंद गांवडे सहित पूर्व महापौर परिषद सदस्य, पूर्व पार्षद व अन्य उपस्थित थे। इस मौके पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के डिजिटल भारत के स्वपन को इन्दौर ने आज पुरा करने का प्रयास किया है, भविष्य में आने वाले 10 से 15 वर्ष के बाद नवीन तकनीक कैसी होगी, इसके दृष्टिगत रखते हुए नगर निगम इन्दौर द्वारा नागरिकों की रोजमर्रा की चुनौती के समाधान के साथ ही निगम स्तर की आधारभूत सेवाओं की जानकारी व समस्या का समाधान किस प्रकार से डिजिटलाइजेशन के माध्यम से किया जावेगा, इसके लिये हमारे द्वारा कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा कि हमारा संकल्प था, ग्रीन इन्दौर, क्लीन इन्दौर के साथ ही डिजिटल इन्दौर इसे हमने आज पुरा किया है, साथ ही नगर निगम के 90 लाख से अधिक दस्तावेजो की सुरक्षा को देखते हुए, उसको स्केन कर सुरक्षित करने का कार्य किया है। महापौर भार्गव ने कहा कि नगम निगम इन्दौर की मुख्य संपति उसके दस्तावेज है, दस्तावेज को सुरक्षित कर हमने अपनी संपति को आने वाले कई सालो के लिये सुरक्षित किया है। साथ ही मुख्यमंत्री व नगरीय प्रशासन मंत्री के सहयोग से नगर निगम स्वंय का पोर्टल निर्माण कर रहा है, जो कि आगामी 1 अप्रैल से अपना कार्य प्रारम्भ करेगा, निगम के पोर्टल के साथ ही मोबाईल एप भी तैयार कर रहा है, जिसके तहत नागरिक मोबाईल के माध्यम से ही निगम की विभिन्न सुविधाओ का लाभ प्राप्त करेगा। वर्तमान में नगर निगम इन्दौर द्वारा डिजिटलाजेशन के क्षेत्र में कई क्षेत्र में कार्य कर रहा है, जिसके तहत चेंबर की जियो टेगिंग, स्ट्रीट लाईट का संचालन करना, शहर में स्थित सीटीपीटी की जानकारी आदि समस्त कार्य एप के माध्यम से किये जा रहे है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी प्रभारी राजेश उदावत ने कहा कि निगम परिषद के गठन के समय हमारी परिषद ने नगर निगम इन्दौर को डिजिटल नगर निगम बनाने का जो संकल्प लिया था, उसे आज महापौर भार्गव के नेतृत्व में पुरा किया है, साथ ही वर्तमान में ई नगर पालिक सिस्टम जो कि भोपाल से संचालित होता है, उसमें समय समय पर समस्या आती रहती है, जिसको दृष्टिगत रखते हुए, नगर निगम स्वंय का पोर्टल निर्माण भी कर रहा है, जिसमें डिजिटल इन्दौर के अंतर्गत इन्दौर नगर निगम द्वारा वेब पोर्टल का निर्माण करते हुए, निगम द्वारा प्रदान की जाने वाली 24 से अधिक आधारभूत सुविधाऐं प्राप्त होगी, साथ ही निगम मुख्यालय व झोनल कार्यालयो के नेटवर्क एवं इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करना, निगम मुख्यालय व झोनल कार्यालयों में प्रस्तावित परियोजना का क्रियान्वयन किया जावेगा। उदावत ने बताया कि आज नगर निगम इन्दौर के डॉक्यूमेंट डिजिटलाइजेशन का शुभारंभ किया गया, जिसके तहत एक वर्ष की अवधि के भीतर नगर निगम इन्दौर के वेब बेस्ड डीएमएस एप्लीकेशन के माध्यम से 90 लाख से अधिक महत्वपूर्ण दस्तावेजो व रिकार्डस का डिजिटलीकरण किया जावेगा। डिजिटलीकरण प्रक्रिया के दौरान संबंधित विभाग से दस्तावेज प्राप्त कर, दस्तावेज को स्केन किया जावेगा, फिर दस्तावेज स्केन के दौरान कोई त्रुटि मिलती है तो उसका सुधार होगा, फिर डेटा एन्ट्री कर, स्केन पेज की क्यूसी तैयार करना, निगम स्टाफ से क्यूसी व अनुमोदन कर सर्चेबल पीडीएफ का निर्माण किया जावेगा और उन डीएमएस पर अपलोड किया जावेगा। उमेश/पीएम/8 जनवरी 2025