पटना (ईएमएस)। मुजफ्फरपुर से दिल दहला देने वाला मामला आया है। यहां रागिनी देवी नाम की महिला ने अपने जेठ के 12 साल के बेटे विक्रम की गला रेतकर हत्या कर दी। महिला ने हत्या इसलिए कर दी क्योंकि उसके जेठ को पता हो गया था कि रागिनी का उसके छोटे और गैर शादीशुदा देवर के साथ अफेयर चल रहा है और जेठ ने इसका विरोध किया था। चार साल पहले दोनों की प्रेम प्रसंग की बात सामने आने पर विक्रम के पिता ने अपने छोटे भाई को डांट फटकार लगाकर दिल्ली भिजवा दिया था। उन्होंने छोटे भाई से कहा था कि जबतक तुम्हारी शादी की बात तय न हो जाती है तब तक घर नहीं आना। इससे रागिनी को काफी दुःख हुआ और वह विक्रम के पिता से बदल लेना चाहती थी। इस दौरान विक्रम के पिता से उसके पाटीदार का जमीनी विवाद काफी बढ़ गया। जमीनी विवाद में दोनों परिवार एक दूसरे की हत्या करने पर उतारु हो गया था। इसका फायदा उठकर विक्रम की चाची रागनी देवी ने उसके पिता के दुश्मन से हाथ मिलाया और कहा कि इसके बच्चे की हत्या कर दो। रागिनी देवी, विक्रम को पतंग खरीदने के बहने विद्यापति के पुराने घर पर ले गई। घर से निकलने के दौरान रागिनी देवी ने सब्जी काटने वाला फासूल भी अपने साथ शौल में छुपकर ले गई थी। इसके बाद विद्यापति, उसकी मां और रागिनी देवी ने मिलकर हत्या की साजिश को अंजाम दिया। विद्यापति की मां पुनीता देवी ने फासूल से विक्रम का गला रेता, छटपटाने पर रागिनी देवी उसके पैर-हाथ पकड़ कर उस पर बैठ गई। घटना को अंजाम देने के बाद विद्यापति ने अपने मां पुनीता और रागिनी देवी को फरार होने को कह दिया। लेकिन रागिनी देवी ने कहा कि वह फरार होगी, तब घटना का सभी को पता चल जाएगा। इसके बाद रागिनी ने विद्यापति को कहा कि वह घर जा रही है, उस पर कोई शक नहीं करेगा। इसके बाद घटना की जानकारी मिलने के साथ ही चाची रागिनी देवी ने खूब रोना धोना और चीख पुकार की ताकि किसी को भी उस पर शक नहीं हो। लेकिन औराई पुलिस ने जमीनी विवाद पता चलने पर विद्यापति और उसकी मां पुनीता को गिरफ्तार किया। तब पुलिस की पूछताछ में विद्यापति ने रागिनी देवी की संलिप्तता के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रागिनी देवी को गिरफ्तार कर उसके घर से घटना में प्रयुक्त फ़सूल भी बरामद किया। आशीष दुबे / 08 जनवरी 2025